पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन कर दिया है। नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं कई देशों के राजदूत,केंद्र व राज्य सरकारों के मंत्री और अन्य कई मौजूद हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सभी अतिथियों का स्वागत और अभिनन्दन किया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के हाथों नालंदा यूनिवर्सिटी का उद्घाटन होना बहुत खुशी की बात है। वो इस अवसर पर उनका स्वागत और अभिनंदन करते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि पीएम मोदी पहली बार नालंदा आये हैं और उन्होंने विश्वविद्यालय के पुराने परिसर को भी देखा है। यह बड़ी खुशी की बात है। प्रधानमंत्री ने आज यूनिवर्सिटी के खंडहर को भी देखा। सीएम ने कहा कि, प्रधानमंत्री जी आपने देखा कि यूनिवर्सिटी का कैंपस कितना बड़ा है। कैंपस से दूर दूर तक कई गांव भी जुड़े थे।
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उन्होंने बताया कि प्राचीन काल में नालंदा विश्वविद्यालय की पहचान ज्ञान के केंद्र के रूप में रही है। दस हजार छात्र पढ़ते थे। दो हजार शिक्षक थे। दुनिया भर के छात्र पढने आते थे। अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने कहा कि, 12वीं सदी में नालंदा विश्वविद्यालय को नष्ट कर दिया गया था। लेकिन 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम जब बिहार आए थे तो बिहार विधानसभा में उन्होंने इसे दोबारा शुरू करने की बात कही थी। हमने मौजूदा केंद्र सरकार से बात की लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी।
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तब हमने (बिहार सरकार) 455 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया। तबसे हम लोग इसकी पहल शुरू किये। इसके लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किये। हमने इसके लिए नया कानून भी बनाया। जब काम शुरू हुआ तो फिर एपीजे अब्दुल कलाम देखने आये। लोकसभा में बिल भी पारित हुआ। इसके बाद केन्द्र में मोदी सरकार सत्ता में आई, तब जाकर हमें मदद मिली। साल 2016 में तत्कालीन राष्टपति प्रणब मुखर्जी ने इसका शिलान्यास किया था।