पटना : आलोक राज (Alok Raj) ने पुलिस महानिदेशक, बिहार के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है। उन्होंने राज्य की पुलिसिंग को बेहतर एवं सुदृढ़ करने के लिए 6 “स” के मूलमंत्र देते हुए सभी पुलिस पदाधिकारियों/ कर्मियों को निर्देशित किया। बिहार पुलिस का फोकस निरंतर निर्धारित समय सीमा में Prevention & Detection of Crime पर रहा है, जिसे भविष्य में और तीव्र गति से करने में डीजीपी द्वारा दिए गए 6 “स” मूलमंत्र सफल साबित होंगे।
ये 6 “स” मूलमंत्र हैं
- समयः घटना के बाद रिस्पांस टाइम जितना कम, पुलिस की कार्रवाई उतनी अच्छी।
- सार्थकः पुलिस की कार्रवाई सार्थक हो, जो नजर आए। अपराधियों में खौफ दिखाई दे।
- संवेदनशीलः पीड़ितों के प्रति पुलिस संवेदनशील हो। जनता की बातों को सुनें और उचित कार्रवाई करें।
- शक्तिः पुलिस सशक्त नहीं होगी तो अपराधियों के बीच कानून का डर नहीं रहेगा। कानून की शक्ति से अपराधी डरें।
- सत्यनिष्ठाः पुलिस सत्यनिष्ठ हों तथा अपनी कार्रवाई के प्रति ईमानदार होगी तभी समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतर पाएगी।
- स्पीडी ट्रायलः समय से जांच कर आरोप-पत्र दाखिल करें और स्पीडी ट्रायल के माध्यम से अपराधियों को सजा दिलाए।
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पुलिस महानिदेशक, बिहार ने त्वरित कार्रवाई के महत्व पर बल देते हुए अपने सभी कर्मियों / पदाधिकारियों को निर्देशित किया है। इससे अपराध की रोकथाम होती है और कानून के पालन का संदेश मिलता है। समय पर की गई पुलिस कार्रवाई न केवल अपराधियों को गिरफ्तार करने में मदद करती है, बल्कि जनता के बीच पुलिस पर विश्वास और सुरक्षा की भावना भी मजबूत करती है।