बिहार ज्ञान की धरती है। यहां कई गणितज्ञ और वैज्ञानिक हुए, लेकिन अब यहां के बच्चे विज्ञान से कोसों दूर हैं। इसमें सरकारी और निजी स्कूल के विद्यार्थी हैं। जबकि सरकार सबसे अधिक शिक्षा पर खर्च कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अब तक के कार्यकाल में हर बार शिक्षा का बजट सबसे अधिक होता है। मगर, सूबे के 10वीं के 76 बच्चे विज्ञान की एबीसीडी भी नहीं जानते हैं।
नेशनल अचीवमेंट सर्वे 2021 में खुलासा
नेशनल अचीवमेंट सर्व 2021 में बताया गया है कि बिहार में आठवीं क्लास के 39 प्रतिशत विद्यार्थी साइंस और 10वीं के 76 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को साइंस की बुनियादी जानकारी नहीं है। बुधवार को ही यह रिपोर्ट जारी की गई है। पिछले साल 12 नवंबर को क्लास तीन, पांच, आठ और 10वीं के विद्यार्थियों का सर्वे करवाया गया था। क्लास तीन और पांच के बच्चों के लिए भाषा, गणित और एनवायरमेंट स्टडीज, क्लास आठ के छात्रों के लिए भाषा, गणित, साइंस और सोशल साइंस और क्लास 10वीं के विद्यार्थियों के लिए मॉडर्न इंडियन लैंग्वेज, गणित, साइंस, सोशल साइंस और इंग्लिश विषय पर सर्वे हुआ था।
10 वीं के 68 प्रतिशत विद्यार्थियों को सोशल साइंस की भी बेसिक जानकारी नहीं
इस सर्वे से यह मालूम हुआ कि 10वीं के 68 प्रतिशत विद्यार्थियों की सोशल साइंस की भी जानकारी गोल है। इन्हें बेसिक ही नहीं पता है। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक 10वीं में गणित में 27, अंग्रेजी में 35, साइंस में 76, मॉडर्न इंडियन लैंग्वेज में 63, सोशल साइंस में 68 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की जानकारी बेसिक से कम है।
छात्राओं की स्थिति ज्यादा चिंताजनक
10वीं क्लास की छात्राओं की स्थिति ज्यादा खराब है। इनकी बेसिक एवं बेसिक से कम स्तर की जानकारी लड़कों से कम है। गणित में 74 प्रतिशत छात्राएं, साइंस में 94 प्रतिशत, सोशल साइंस में 90 प्रतिशत, अंग्रेजी में 58 प्रतिशत, मॉडर्न इंडियन लैंग्वेज में 92 प्रतिशत छात्राओं को बेसिक जानकारी नहीं है। छात्रों की स्थिति बेसिक जानकारी में इनसे बेहतर है।
सर्वे में 1.70 लाख विद्यार्थियों ने लिया भाग
इस सर्वे में एक लाख 70 हजार 564 विद्यार्थियों ने भाग लिया। जबकि शिक्षकों की संख्या 24429 रही। सर्वे सूबे के 5588 स्कूलों में आयोजित हुआ था। इनमें सरकारी, निजी, सरकारी सहायता प्राप्त आदि स्कूल हैं।