बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त अनियमितताओं पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग द्वारा राज्य भर में संचालित हो रहे अवैध स्कूलों की पहचान के लिए एक व्यापक अभियान की शुरुआत की जा रही है। यह अभियान सोमवार, 12 अगस्त से प्रारंभ होकर 14 अगस्त तक चलेगा।
सूत्रों के अनुसार, इस अभियान की शुरुआत बक्सर जिले से होगी। खुद प्राथमिक शिक्षा निदेशक मिथिलेश मिश्र इसका नेतृत्व करेंगे। इस दौरान करीब 20 हजार प्राइवेट स्कूलों की जांच की जाएगी।
अभियान का मुख्य उद्देश्य ऐसे स्कूलों की पहचान करना है जो बिना मान्यता के संचालित हो रहे हैं। इन स्कूलों में बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और कई बार तो बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव होता है। ऐसे स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग उनका संचालन बंद कराएगा।
विभाग का मानना है कि इस अभियान से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि बच्चों के भविष्य को भी सुरक्षित किया जा सकेगा। साथ ही, यह कदम राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता लाने में भी मददगार साबित होगा।
शिक्षा विभाग ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी जिला अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं। उम्मीद है कि इस कदम से राज्य में शिक्षा की स्थिति में सुधार आएगा और बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी