पटना: बिहार में इस साल के अंत तक संभावित विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार एक बड़ा और अहम बजट पेश करने की तैयारी कर रही है। वित्त विभाग के सूत्रों के अनुसार, चुनावी साल में 2025-26 के वित्तीय वर्ष के लिए बिहार का बजट 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है। यह राशि मौजूदा वित्तीय वर्ष (2024-25) के मुकाबले करीब 10 गुना अधिक होगी। सूत्रों का कहना है कि चुनावी वर्ष होने के कारण इस बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास और बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। राज्य सरकार लंबित सड़कों, भवनों, और ग्रामीण परियोजनाओं को पूरा करने के लिए बड़ा आवंटन कर सकती है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार “आगामी बजट में स्वास्थ्य, कृषि और शिक्षा क्षेत्रों पर विशेष फोकस रहेगा। राज्य की आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करने के लिए केंद्र से संभावित कर और अनुदानों के आधार पर धन का आवंटन किया जाएगा।” डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी अगले हफ्ते वित्त विभाग के अधिकारियों और अन्य विभागों के प्रमुखों के साथ प्री-बजट बैठक करने वाले हैं। इस बैठक में इंडस्ट्रियलिस्ट, बिजनेस कम्युनिटी, कृषि विशेषज्ञ और रियल एस्टेट से जुड़े प्रतिनिधि शामिल होंगे। इन सभी से बजट को लेकर सुझाव और मांगें ली जाएंगी।
राज्य के वित्त मंत्री ने हाल ही में 21 दिसंबर को जैसलमेर में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की थी। उन्होंने बिहार की आधारभूत संरचना और ग्रामीण सड़कों से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए केंद्र से अतिरिक्त फंड की मांग की थी। साथ ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के उन्नत संस्करण को जारी रखने का अनुरोध किया था।