बिहार में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए परिवहन विभाग ने एक बड़ा कदम उठाया है। विभाग ने राज्य के सभी चेकपोस्टों की ऑनलाइन निगरानी करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के पीछे उद्देश्य है गाड़ियों के आवागमन पर बेहतर नजर रखना और अधिकारियों के कामकाज की समीक्षा करना।
ऑनलाइन निगरानी से क्या होगा?
- पारदर्शिता: ऑनलाइन निगरानी से चेकपोस्टों पर होने वाली गतिविधियों में पारदर्शिता आएगी।
- दुरुपयोग रोकथाम: अधिकारियों द्वारा शक्तियों का दुरुपयोग रोकने में मदद मिलेगी।
- दक्षता में सुधार: अधिकारियों को अपने काम करने के तरीके में सुधार करना होगा।
- जवाबदेही: अधिकारी अपने काम के लिए जवाबदेह होंगे।
नए चेकपोस्ट का निर्माण:
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभाग नए चेकपोस्ट का निर्माण भी करेगा। इन चेकपोस्टों का निर्माण उन जगहों पर किया जाएगा जहां अधिक दुर्घटनाएं होती हैं।
दुर्घटनाओं के कारणों का विश्लेषण:
विभाग ने जिलों को निर्देश दिया है कि वे दुर्घटना वाले क्षेत्रों का विस्तृत अध्ययन करें और दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाएं। इसके आधार पर ही चेकपोस्टों का निर्माण और अन्य आवश्यक उपाय किए जाएंगे।
पदाधिकारियों को प्रशिक्षण:
चेकपोस्टों पर काम करने वाले सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों को नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा।
यह पहल क्यों महत्वपूर्ण है?
- सड़क सुरक्षा: यह पहल सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
- यात्रियों की सुरक्षा: इससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
- अधिकारियों की जवाबदेही: यह अधिकारियों को जवाबदेह बनाएगा।
- पारदर्शिता: यह परिवहन विभाग में पारदर्शिता लाएगा।