टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ इनकम टैक्स(आईटी) ने अभियान चला रखा है। बिहार के भी आईटी ने टैक्स चोरी करने वालों पर तेजी से कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में आईटी की टीम ने पूर्णिया और सिवान में एक डॉक्टर सहित तीन कारोबारियों के ठिकाने पर धावा बोला। कुल 15 ठिकाने पर आईटी की टीम ने सर्वे किया है। जिसमें एक बड़ा खुलासा हुआ है। आईटी की सर्वे में कारोड़ों रुपए के टैक्स चोरी का मामला सामने आया है।
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डॉक्टर शफीक आलम पर टैक्स चोरी का आरोप
दरअसल, पूर्णिया के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शफीक आलम आईटी रडार पर आए हैं। उनके लाइन बाजार स्थित क्लिनिक और उनके हॉस्पिटल एडवांस ऑर्थोपेडिक एंड स्पाइन सेंटर में आईटी की टीम सर्वे के लिए पहुंची थी। बता दें कि इस अस्पताल में जांच घर और दवाई खाना की देखरेख डॉक्टर की पत्नी जेनत रसूल करती है। सर्वे के दौरान आईटी की टीम ने व्यापक स्तर पर गड़बड़ी मिली है। जांच के दौरान आईटी की टीम ने पाया टैक्स देने से बचने के लिए मरीजों को वास्तविकता से काफी कम का रसीद दिया जा रहा है। वहीं डॉक्टर द्वारा जमीन में बड़े स्तर पर निवेश किए जाने की बात भी सामने आई है।
व्यवसायियों पर भी कार्रवाई
आईटी के चंगुल में टैक्स चोरी करने वाले कारोबारियों भी फंसे है। आईटी की टीम ने पूर्णिया के गुलाब बाग इलाके के सुनौली चौक के हंस दा रोड पर मौजूद पवित्रा प्लाईवुड एवं फर्नीचर के तीन गोदाम की भी जांच की। वही सिवान में व्यस्त न्यू श्री राम भंडार में भी सर्वे किया है। इनदोनों जगहों में जंच के दौरान टैक्स चोरी की बात सामने आई है।