बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के लिए चार अप्रैल को चुनाव है। इसके लिए नॉमिनेशन का आज अंतिम मौका है। नॉमिनेशन की प्रक्रिया नौ मार्च से चल रही है। 21 मार्च तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकते हैं। चार अप्रैल की सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। सात अप्रैल को मतगणना होगी।
दो मार्च से लागू है आचार संहिता
विधान परिषद चुनाव को लेकर सूबे में दो मार्च से आचार संहिता लागू है। इस चुनाव में लोकसभा सांसद और विधायकों को उनके क्षेत्र के किसी एक प्रखंड में मतदान करने का अधिकार दिया गया है। जिन विधानसभा क्षेत्रों में दो से तीन प्रखंड हैं, वहां विधायक एवं सांसद एक प्रखंड के मतदान केंद्र को चुनेंगे। बता दें विधायकों एवं सांसदों से रिटर्निंग अफिसर उनका पसंदीदा मतदान केंद्र भी पूछेंगे। राज्य सभा सांसदों और विधान पार्षदों को सिर्फ वोटर लिस्ट वाले मतदान केंद्र में वोट करने का अधिकार रहेगा। 11 मार्च तक नाम में सुधार या नाम में कुछ जुड़वाने का मौका दिया गया था।
एमएलसी चुनाव में भी महागठबंधन में तकरार
विधान परिषद चुनाव की सीटों को लेकर भी महागठबंधन में तकरार हो गई है। राजद और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रही है। राजद ने कांग्रेस को सीटें देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ रही है। इससे पहले उप चुनाव की दो सीटों पर भी इन दोनों पार्टियों में मतभेद हुआ था। दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ी थीं और दोनों की हार हुई थी। वहीं, एनडीए में बीजेपी ने 12 और जदयू ने 11 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। पशुपति पारस को बीजेपी ने अपने कोटे से एक सीट दी है। वीआईपी और हम को एक भी सीट नहीं मिली है।
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