लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद बिहार में पुलिस और प्रशासनिक महकमा अलर्ट मोड में आ गया है. इसको लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है. हाल के दिनों में पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एसटीएफ और बिहार पुलिस की टीम ने कई कुख्यात अपराधियों और बड़े इनामी नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. वहीं एक बार फिर राज्य के आठ फरार नक्सलियों और अपराधियों पर नकेल कसने और उन्हें सलाखों के पीछे भेजने के लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से इनाम राशि की घोषणा की गई है.
इसमें बेगुसराय जिले के कुम्भी गांव निवासी नागमणि महतो का नाम सूची में दूसरे नंबर पर है. पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी इनामी अपराधियों की सूची में भी उसके आपराधिक रिकॉर्ड का जिक्र है. इसमें कुख्यात अपराधी नागमणि महतो पर कुल 17 मामले दर्ज हैं.
ज्ञात हो कि नागमणि महतो बेगूसराय और पड़ोसी जिला समस्तीपुर समेत खोदावंदपुर, चेरियाबरियारपुर, नावकोठी के विभिन्न थाना क्षेत्रों में आतंक का पर्याय बन चुका है. उसके खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या, लूट, रंगदारी, डकैती, दुष्कर्म जैसे दर्जनों मामले दर्ज हैं।
सूत्र बताते हैं कि उक्त अपराधी पिछले बीस वर्षों से अपराध के क्षेत्र में सक्रिय है. ऐसा कहा जाता है कि वह महज 16 साल की उम्र से ही आपराधिक गतिविधियों में शामिल था। और अब तक वह दो बार जेल जा चुके हैं. हालांकि, उक्त अपराधी हाल ही में जमानत पर जेल से छूटा है. लेकिन जेल से बाहर आते ही उसने एक चिमनी मालिक से फिरौती को लेकर गोलीबारी की घटना को अंजाम देकर एक बार फिर पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती पेश कर दी.
हालांकि फायरिंग की घटना के बाद पुलिस उसकी गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है. इस मामले में पुलिस को बड़ी सफलता भी मिली है. इसमें उक्त अपराधी गिरोह से जुड़े सदस्यों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हथियार व कारतूस बरामद किये गये हैं, लेकिन इनामी अपराधी नागमणि महतो पुलिस की पकड़ से बाहर है.
हालांकि उनकी निशानदेही पर लगातार छापेमारी कर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है. अब पुलिस मुख्यालय द्वारा उक्त अपराधी की गिरफ्तारी के लिए तीन लाख रुपये के इनाम की घोषणा इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. अब देखना यह है कि उक्त अपराधी को