बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव के खिलाफ एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिलने का मामला पूरी तरह से झूठा था। दरअसल, पप्पू यादव खुद ही धमकी दिलवा रहे थे, ताकि अपनी सुरक्षा बढ़वाने का रास्ता तैयार किया जा सके। पुलिस ने इस मामले में भोजपुर जिले के रामबाबू यादव को गिरफ्तार किया है, जो धमकी देने के आरोप में शामिल था।
पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने 3 दिसंबर को एक प्रेस कांफ्रेंस में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि रामबाबू यादव को धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने सारी बातें उगल दीं और यह स्पष्ट किया कि पप्पू यादव को धमकी देने वाला वीडियो एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर डाला था, जो भोजपुर का रहने वाला था। जांच में यह भी सामने आया कि पप्पू यादव के लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कोई लिंक नहीं है।
एसपी ने बताया कि कुछ समय पहले पप्पू यादव भोजपुर के रामबाबू यादव के गांव गए थे और वहां उनके साथ फोटो भी खिंचवाई थी। रामबाबू यादव पहले पप्पू यादव के समर्थक और पुरानी पार्टी जाप (जन अधिकार पार्टी) का सदस्य रह चुका था। पूछताछ में यह सामने आया कि पप्पू यादव के सहयोगियों ने रामबाबू यादव से संपर्क किया और उसे धमकी दिलवाने के लिए राजी किया। इसका उद्देश्य पप्पू यादव की सुरक्षा बढ़वाना था। इस योजना के तहत धमकी देने के लिए रामबाबू यादव को पैसे भी दिए गए और यह भी बताया गया कि धमकी में क्या कहना है।
पुलिस ने बताया कि दो वीडियो शूट किए गए थे। पहला वीडियो पप्पू यादव के मोबाइल पर भेजा गया, जबकि दूसरा वीडियो भेजा नहीं जा सका। एसपी ने बताया कि इस मामले में 2 लाख रुपये का सौदा तय हुआ था, जिसमें से पहले 2000 रुपये आरोपी को दिए गए थे।