लॉरेंस बिश्नोई के तीन फरार गुर्गों को गिरफ्तार करने के लिए बिहार पुलिस ने इंटरपोल की मदद लेने का फैसला किया है। गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि गैंग का मॉनीटरिंग कर रहे एसके मीणा उर्फ मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा विदेश में छिपा है और उसे हर हाल में गिरफ्तार किया जाएगा।
बिहार पुलिस ने फरार तीनों गुर्गों पर इनाम की बड़ी रकम रखी है। राजस्थान के राहुल रावत और भूपेंद्र सिंह रावत पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। वहीं, गैंग का मॉनीटरिंग कर रहे एसके मीणा उर्फ मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा पर एक लाख के इनाम की घोषणा पूर्व में की जा चुकी है। मयंक उर्फ सुनील मीणा विदेश में छिपा हुआ है। विदेशी हथियारों की तस्करी में तीनों का नाम आया था।
लोगों से भी इन गुर्गों के दिखने पर सूचना देने की अपील किया गया है। बता दें कि बीते 22 जुलाई को गोपालगंज के यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट पर कुचायकोट थाने की पुलिस ने नागालैंड नंबर की एक बस से दो अपराधियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से ऑस्ट्रिया निर्मित चार ग्लोक पिस्टल, आठ मैगजीन बरामद किया गया था।
गिरफ्तार किये गये हथियार तस्करों में मुजफ्फरपुर के गाय घाट थाना क्षेत्र के बोवारी गांव निवासी शांतनु शिवम और राजस्थान के अजमेर जिला के कमल राव शामिल थे। इन तस्करों से पूछताछ के बाद पुलिस ने एसटीएफ की मदद से तीसरे गुर्गे राजस्थान के अजमेर जिला के मांगलीयावास थाना क्षेत्र के केसरपुर निवासी नारायण सिंह के पुत्र दिनेश सिंह रावत को 24 जुलाई को गिरफ्तार किया था। फिलहाल तीनों गुर्गें जेल में बंद हैं। इनमें से मुजफ्फरपुर के गाय घाट थाना क्षेत्र के बोवारी गांव निवासी शांतनु शिवम की जमानत याचिका को अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय ने खारिज कर दिया है