बिहार में कानून-व्यवस्था में तेजी से सुधार देखने को मिल रहा है। पुलिस महानिदेशक विनय कुमार के नेतृत्व में राज्य पुलिस हर स्तर पर सक्रियता दिखा रही है। ‘डायल 112’ सेवा के तहत पुलिस 5 से 10 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचकर जरूरतमंदों की मदद कर रही है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, डायल 112 की सेवा ने अब तक 20 लाख से अधिक लोगों तक मदद पहुंचाई है। हालिया आंकड़ों में बिहार पुलिस कॉल हैंडलिंग में देश में दूसरे स्थान पर है, जबकि रेस्पॉन्स टाइम पहले 20 मिनट था, जो अब 5 से 10 मिनट तक सिमट गया है। पिछले कुछ महीनों में पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं, घरेलू हिंसा, वाहन चोरी और मारपीट जैसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की है।
- वैशाली जिले में: 5 मिनट में दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
- मोतिहारी जिले में: 7 मिनट में मारपीट की घटना को शांत किया और घायलों को चिकित्सा सहायता दिलाई।
- अरवल जिले में: आत्महत्या का प्रयास कर रही महिला को समय रहते अस्पताल पहुंचाया, जिससे उसकी जान बचाई जा सकी।
महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा की पहल
15 सितंबर से ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ की शुरुआत की गई, जिसके तहत महिलाएं कहीं भी यात्रा के दौरान 112 पर कॉल कर पुलिस से मदद मांग सकती हैं। यह सेवा 24×7 निःशुल्क उपलब्ध है और अब तक हजारों महिलाएं इसका लाभ उठा चुकी हैं।
- गुमशुदा बच्चों की त्वरित बरामदगी
- बिहार पुलिस ने गुमशुदा बच्चों के मामलों में भी बेहतरीन काम किया है। हाल ही में जहानाबाद, पटना, और मोतिहारी में गुम हुए बच्चों को महज कुछ घंटों में खोजकर परिजनों को सौंपा गया।
- पटना के शास्त्रीनगर में 30 मिनट में गुमशुदा बच्चा बरामद किया गया।
- मोतिहारी के रक्सौल में 5 मिनट में एक बच्ची को सुरक्षित पाया गया।
बिहार पुलिस का सोशल मीडिया सेल चौबीसों घंटे मॉनिटरिंग कर रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली घटनाओं पर पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है। उदाहरण के लिए, सिलीगुड़ी में छात्रों को धमकाने का वीडियो वायरल होने पर बिहार पुलिस ने तुरंत पश्चिम बंगाल पुलिस से संपर्क कर कार्रवाई सुनिश्चित की।
लोकप्रियता के नए आयाम
फेसबुक, इंस्टाग्राम, और एक्स पर बिहार पुलिस के 14 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं, जो किसी भी अन्य सरकारी विभाग से ज्यादा हैं। इस बढ़ते विश्वास के चलते राज्य में लोग पुलिस को तेजी से अपना सहयोगी मान रहे हैं।
आगे की योजना
बिहार पुलिस ने अगले साल 18 से 20 लाख जरूरतमंदों तक सेवा पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। पुलिस का कहना है कि यह पहल न केवल कानून-व्यवस्था में सुधार ला रही है, बल्कि लोगों के बीच सुरक्षा का भरोसा भी बढ़ा रही है।