राष्ट्रीय और राजकीय उच्च मार्गों (एनएच और एसएच) के किनारे खराब या लावारिस अवस्था में पड़े बस और ट्रकों को लेकर अब सख्ती बरती जाएगी। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने इन वाहनों को हटाने और कार्रवाई करने का निर्देश सभी जिला परिवहन अधिकारियों (डीटीओ), एडीटीओ, एमवीआई और ईएसआई को दिया है।
लावारिस वाहनों से बढ़ रही दुर्घटनाएं और ट्रैफिक समस्या
परिवहन सचिव ने कहा कि एनएच और एसएच के किनारे लंबे समय से पड़े लावारिस बस और ट्रक यातायात में रुकावट पैदा कर रहे हैं। कोहरे के मौसम में ये वाहन दुर्घटनाओं की मुख्य वजह बन जाते हैं। ऐसे वाहनों की दृश्यता कम होने के कारण रात में एक्सीडेंट की संभावना और बढ़ जाती है। इसके अलावा, इनकी वजह से ट्रैफिक की गति भी बाधित हो रही है।
परिवहन सचिव ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे वाहनों की पहचान करें और उनकी विस्तृत सूची तैयार करें। इस सूची में वाहनों की स्थिति, स्थान, और फोटो शामिल होंगे। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि कार्रवाई में पारदर्शिता और सटीकता बनी रहे।
श्री अग्रवाल ने कहा कि इन वाहनों के मालिकों से संपर्क किया जाएगा और उन्हें अपने वाहन हटाने का मौका दिया जाएगा। यदि मालिक ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो मोटर वाहन अधिनियम के तहत उन्हें जब्त किया जाएगा। इसके अलावा, यह भी जांच की जाएगी कि ये वाहन दुर्घटनाग्रस्त हैं या किसी कानूनी विवाद के कारण सड़कों पर पड़े हैं।
वाहनों की कानूनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए स्थानीय थानों से संपर्क किया जाएगा। अगर वाहन किसी पुलिस केस से संबंधित पाए जाते हैं, तो उसकी जानकारी लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।