बेगूसराय जिले के दो लाख के इनामी एवं शातिर अपराधी नीलेश राय को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थानाक्षेत्र में पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया। मृतक की पहचान गढ़हरा थाना क्षेत्र के बारो रामपुर टोला निवासी गोपाल राय के 45 वर्षीय पुत्र नीलेश राय के रूप में हुई है। गढ़हरा थानाध्यक्ष सुमंत कुमार चौधरी ने गुरुवार की अहले सुबह घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी, जिसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
नीलेश राय दो भाइयों में बड़ा था और अपने पीछे पत्नी एवं तीन बच्चों को छोड़ गया है। मृतक का एक लड़का और दो लड़कियां हैं। इनमें लड़का पढ़ाई कर रहा है, जबकि एक लड़की की शादी हो चुकी है और दूसरी नाबालिग है। नीलेश की शादी मनिअप्पा गांव में हुई थी और उसकी पत्नी बारो गांव में परिजनों के साथ रहती है। घटना की सूचना पर मृतक की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
बताया जाता है कि 20 फरवरी 2024 को फुलवड़िया थाने के साथ फायरिंग की घटना के बाद नीलेश उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर रतनपुरी थानाक्षेत्र के बुढ़ना में रह रहा था। बुधवार की देर रात तकनीकी टीम को जानकारी मिली कि नीलेश मोटरसाइकिल से अपने दो साथियों के साथ बुढ़ना के रास्ते रतनपुरी होते हुए मुजफ्फरनगर की ओर आ रहा है। रात्रि गश्ती की टीम एवं एसटीएफ नोएडा और बिहार एसटीएफ पुलिस टीम ने उसे रोकने की कोशिश की। इस बीच अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी और मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर खेत में गिर गई।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई और घटनास्थल पर नीलेश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके दो साथी फायरिंग करते हुए फरार हो गए। घायल नीलेश को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस कार्यवाई में बिहार एसटीएफ के जेसी सर्वेश कुमार और यूपी एसटीएफ के रोहित कुमार भी घायल हो गए, जिनका इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है।
मृतक के पास से एसटीएफ पुलिस ने एक 09 एमएम रेगुलर, एक 7.6 एमएम पिस्टल, एक .315 देसी कट्टा, 11 पीस 09 एमएम कारतूस, 08 पीस 7.6 एमएम कारतूस, एक मोटरसाइकिल और कई राउंड खोखा बरामद किया है। मृतक के परिजन बारो रामपुर टोला से मुजफ्फरनगर रतनपुरी थाना नीलेश राय का शव लाने सड़क मार्ग से गए हैं।
नीलेश राय ने 12 वर्ष की उम्र में पहली बार पाकेटमारी की घटना से आपराधिक क्षेत्र में कदम रखा था। वह धीरे-धीरे बेगूसराय, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और पटना के आसपास के जिलों में छिनतई की घटनाओं को अंजाम देने लगा। उसने बरौनी से खुलने वाली और आने वाली मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों में अटैची लिफ्टिंग की घटनाओं को भी अंजाम दिया। इसके अलावा, उसने कांट्रैक्ट किलिंग के क्षेत्र में भी पांव पसार लिया था।
20 फरवरी 2024 की रात फुलवड़िया थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि नीलेश राय अपने आवास पर अन्य अपराधियों के साथ मिलकर अपराध की योजना बना रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छापेमारी की, लेकिन नीलेश ने फायरिंग शुरू कर दी और फरार हो गया। इस घटना के बाद से बेगूसराय पुलिस को उसकी तलाश थी, जो अब पुलिस एनकाउंटर में समाप्त हो गई है।
नीलेश राय के ऊपर विभिन्न थानों में लगभग 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 12 मामलों में स्थानीय पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। जानकारों के मुताबिक, नीलेश राय ने अपराध की दुनियां में अच्छी खासी संपत्ति और धन इकठ्ठा कर लिया था। उसकी मौत से बेगूसराय और आसपास के क्षेत्र में अपराध की दुनियां में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।