बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही BJP लगातार सरकार पर हमलावर है। मंत्री मंडल विस्तार के बाद से ये हमला और भी तेज हो गया है। सरकार और विपक्ष के नेता एक दूसरे पर बयानों के जरिए वार-पलटवार कर रहे हैं। इनमें दो नेताओं का नाम सबसे आगे है। पहले हैं BJP के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी और दूसरे हैं JDU के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा। दोनों के बीच ट्विटर वार छिड़ा हुआ है।
जाति को लेकर एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप
सुशील मोदी लागर नए सरकार को घेरने में लगे हुए हैं। वहीं सत्ता पक्ष की तरफ से उपेन्द्र कुशवाहा मोर्चा संभाले हुए है। अब जाति वाले मुद्दे पर दोनों नेता आपस में भीड़ गए हैं। दरसअल बिहार में मंत्री मंडल विस्तार के बाद सुशील मोदी मेंने अपन एक विडियो जारी किया था जिसमें वो सरकार पर जमकर बरसे थे। विडियो में उन्होंने नए मंत्रियों को अपराधिक छवि वाला बताया था। साथ ही उन्होंने नई सरकार में किसी भी दलित या अतिपिछड़ा को डिप्टी सीएम नहीं बनाए जाने पर भी सवाल खड़ा किया था। जिसका जवाब देने की बजाये उपेन्द्र कुशवाहा ने उलटे तीन सवाल दाग दिया। उपेन्द्र कुशवाहा ने ट्वीट कर पूछा कि सुशील मोदी जी, आप बताइये कि भारत सरकार द्वारा संचालित विश्वविद्यालयों में कितने वाइस चांसलर और प्रोफेसर अतिपिछड़ा, पिछड़ा, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अल्पसंख्यक समाज से हैं ? साथ ही कई और सवाल भी पूछ है।