बिहार में एक बार फिर तूफानी गर्मी का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 48 घंटों में दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम बिहार में झोंकों के साथ बहने वाली गर्म पछुआ हवाएं 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। इन हवाओं के कारण “आग बरसने” जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
मंगलवार को, सोमवार की तुलना में पारा 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया। पटना में दोपहर 2 बजे तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था और लोग गर्मी से बेहाल दिखे। कई लोग छांव ढूंढते हुए इमारतों के नीचे या पेड़ों के नीचे खड़े नजर आए।
मंगलवार को, राज्य के लगभग 30 जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक था। शेखपुरा में सबसे अधिक 42.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। शेखपुरा में मंगलवार को दर्ज किया गया 42.3 डिग्री सेल्सियस तापमान 10 सालों में सबसे अधिक है। पटना में भी मंगलवार को गर्मी का प्रचंड प्रकोप रहा। दोपहर 2 बजे दर्ज किया गया 41 डिग्री सेल्सियस तापमान लोगों को बेहाल कर रहा था। गया में भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों में पश्चिम चंपारण से पूर्णिया और नवादा से मधुबनी तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहने की संभावना है। IMD ने लोगों को सलाह दी है कि वे इस दौरान घर से बाहर निकलने से बचें, खासकर सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक।
हालांकि, बिहार में किसी भी तरह की मौसमी गतिविधि नहीं है, जिसके कारण आसमान साफ रहेगा। मंगलवार को नवादा, जहानाबाद, गया, कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई थी।
IMD ने लोगों को लू से बचाव के लिए निम्नलिखित एहतियाती उपाय अपनाने की सलाह दी है:
- घर से बाहर निकलते समय ढीले-ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
- भरपूर मात्रा में पानी पीएं और तरल पदार्थों का सेवन करें।
- छायादार रहें और सीधे धूप में जाने से बचें।
- बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखें।