जदयू और राजद में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी रस्साकशी में भाजपा भी खुब चुटकी ले रही है। दरअसल राजद नेताओं की तरफ से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। स्थिति ऐसी है कि कई राजद नेताओं ने तो होली के बाद तेजस्वी की ताजपोशी को कन्फर्म मान लिया है। वहीं कई राजद नेता नीतीश कुमार के उस बयान पर भरोसा जाता रहे हैं, जिसमें उन्होंने आगे का नेतृत्व तेजस्वी यादव को देने की बात कही थी। हालांकि इन सब के बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इन चर्चाओं को सीरे से खारिज कर दिया।जिसके बाद से माहौल और गरमा गया है। वहीं अब भाजपा तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार से सचेत रहने की सलाह दे रही है। साथ ही उन्हें मुख्यमंत्री बनने का फार्मूला भी समझा रही है।
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‘तेजस्वी के पास अभी है CM बनने का मौका’
दरअसल नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सबसे बड़ा ब्लैकमेलर बताया है। साथ ही कहा है कि तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार से बचकर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कब पलटी मार दें इसका कोई भरोसा नहीं है। इसलिए तेजस्वी यादव के पास मुख्यमंत्री बनने के लिए मौका अभी ही है। राजद के पास 110 विधायक हैं जबकि जेडीयू के पास महज 45 विधायक हैं। राजद जब चाहे 122 का आंकड़ा पूरा कर सकती है। ऐसा कर के तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बन जाना चाहिए।
महागठबंधन में नहीं है दम
कल पूर्णिया में होने वाली महागठबंधन की रैली पर भी सम्राट चौधरी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस रैली में शामिल होने वाली पार्टियों में किसी के पास भी दम नहीं है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में लालू यादव के अलावा कोई मजबूत नेता नहीं है। कांग्रेस बिना रीढ़ वाली पार्टी है, इसलिए महागठबंधन में उसको कोई पूछ नहीं रहा है।