जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को लेकर बिहार की राजनीति में हलचल तेज है। जिस तरह से उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है उसे लेकर विपक्ष में बैठी भाजपा की बांछें खिली हुई है। भाजपा टकटकी लगा कर उपेंद्र कुशवाहा की ओर देख रही है और बाहें फैलाकर उपेंद्र कुशवाहा के स्वागत के लिए भी तैयार है। जिसका संकेत सीधा-सीधा भाजपा नेताओं के बयान से मिल रहा है। हालांकि अभी तक उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से जेडीयू छोड़ने को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है। उन्होंने कल ही ये बात साफ कही थी कि वो अभी जेडीयू छोड़ने वाले नहीं है। लेकिन इसके बावजूद भी भाजपा उनसे आस लगाए हुए है।
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“कुशवाहा का भजपा में स्वागत करेंगे”
उपेंद्र कुशवाहा वाले प्रकरण को लेकर भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी दल में कार्यकर्ताओं और नेताओं की सहभागिता होती है। जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की जब उनकी ऐसी पीड़ा है, तो सामान्य कार्यकर्ता, सांसद और विधायक पर क्या बीत रही होगी ये अंदाजा लगाया जा सकता है। साथी ही उन्होंने ये भी कहा कि यदि उपेंद्र कुशवाहा भाजपा में आना चाहे तो हम उनका स्वागत करेंगे।
मांझी के बयान पर प्रतिक्रिया
दरअसल गया में खुले मंच से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से शराबबंदी को लेकर एक बड़ी बात कह दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को शराबबंदी वापस लेने के विषय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करनी चाहिए। इसको लेकर भी तारकिशोर प्रसाद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार को प्राथमिकता के आधार पर प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है कि शराब से क्या नुकसान है। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब लोगों तक ना पहुंचे यह सुनिश्चित करने में महागठबंधन पूरी तरह फेल है। जीतन राम मांझी इसी तकलीफ को लेकर ऐसा बयान दिए होंगे। जो जहरीली शराब के निर्माता हैं, उन पर प्रहार होना चाहिए और यह सब तभी संभव है जब सरकार का तंत्र ईमानदार हो।