पटना. जनता दल यूनाइटेड के पूर्व विधान पार्षद व प्रदेश प्रवक्ता डॉ. रणबीर नंदन ने जदयू के युवा कार्यकर्ताओं से ग्राउंड के साथ सोशल नेटवर्किंग पर भी ध्यान देने को कहा है। डॉ. नंदन ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी लगातार विकास की योजनाओं को अनवरत लागू कर रहे हैं, जिससे पूरा बिहार लाभान्वित हो रहा है। इन कार्यों को जनता तक सही फॉर्मेट में पहुंचाना जदयू के युवा कार्यकर्ताओं की प्राथमिकता है। इसके लिए जदयू के युवा कार्यकर्ता लोगों से मिलने के साथ सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए भी बातों को पहुंचाएंगे।
डॉ. नंदन ने छात्र जदयू एवं युवा जदयू के सभी कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से सलाह दी है कि वे नित्य कम से कम 1 घंटे सोशल मीडिया पर सक्रिय रहें। माननीय नीतीश कुमार जी के विकास कार्यों को पहुंचाएं। साथ ही भाजपा की बिहार विरोधी नीतियों की असलियत को भी प्रचारित करें। बिहार गंगा जमुनी संस्कृति की भूमि है। यहां किसी की दाल नहीं गलने वाली है।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग भाजपा गलत तरीके से करती है। भाजपा की ट्रोल आर्मी हर मुद्दे में झूठ मिलाकर उसका दुष्प्रचार करती है। इसका जवाब देना आवश्यक है। भाजपा ने इसके लिए भाड़े के लोग रखें हैं लेकिन जदयू की ओर से हमारे कार्यकर्ता ही इसके लिए उपयुक्त और पर्याप्त हैं।
डॉ. नंदन ने कहा कि भाजपा को जदयू कार्यकर्ता जवाब दें। नीतीश कुमार जी ने जो काम किया है वो जन जन तक पहुंचाएं। इसके लिए प्रत्येक कार्यकर्ता एक घंटा हर दिन सोशल मीडिया पर दें। भाजपा के झूठ का पर्दाफाश होना जरुरी है। क्योंकि भाजपा के झूठ की खेती आने वाली पीढ़ियों का भविष्य बरबाद कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि बिहार के विकास के लिए केंद्र सरकार ने क्या विशेषतौर पर किया है। विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया? बिहार आज देश में सबसे अधिक जगमग है। यह रिपोर्ट बिहार सरकार की नहीं बल्कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की है, जो नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर द्वारा तैयार नाइट टाइम लाइट एटलस में दिख रही है। 2012 से 2021 तक के वक्त पर आधारित इस रिपोर्ट में राष्ट्रीय स्तर पर जगमगाहट में औसतन 45 फीसदी की वृद्धि हुई है। जबकि बिहार में यह वृद्धि 474 प्रतिशत है। इसमें भाजपा का कहाँ योगदान है।
डॉ. नंदन ने आगे कहा कि उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात के मामले में राष्ट्रीय औसत से आगे बिहार है। नामांकन भी बढ़ा है, शिक्षकों की संख्या भी बढ़ी है और कॉलेज भी बढ़े हैं। अब बिहार देश शीर्ष सात राज्यों में शामिल हो चुका है। अगर ये सबकुछ हुआ है तो इसके पीछे सिर्फ माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का अथक परिश्रम और समावेशी विकास नीति है। इसे जन जन तक पहुंचाने की जरुरत है।