बिहार में आरक्षण को लेकर नगर निकाय चुनाव पर लगी रोक के कारण सियासी गलियारे में हलचल बनी हुई है। इसी बीच राज्यसभा सांसद एवं BJP नेता सुशील कुमार मोदी राज्य सरकार पर तंज कसने का एक भी मौके नहीं छोड़ रहे है। वही दूसरी ओर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का भी पलटवार जारी है। ललन सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगया है कि BJP आरक्षण विरोधी है। उन्होंने कहा कि भाजपा आयोग बनवाकर आरक्षण के मामले को उलझाना चाहती है।
ट्विटर पर जारी है ललन का वार
ललन सिंह ने ट्विटर के जरिए सुशील मोदी पर पलटवार किया है। उन्होंने बताया कि साल 2007 में जब नगर निकाय में आरक्षण का कानून बना था, जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने मुहर लगाई थी। उस वक्त सुशील कुमार ही उपमुख्यमंत्री नगर विकास के मंत्री भी थे। तब से अबतक उसी कानून के अंतर्गत चुनाव हो रहे हैं। लेकिन अब सुशील मोदी उसी पर सवाल उठा रहे है।
BJP का बिहार सरकार पर लापरवाही का आरोप
बता दें कि पटना हाई कोर्ट ने बिहार में होने वाले नगर निकाय चुनाव पर रोक लगा दिया था। जिसके बाद BJP बिहार सरकार की लापरवाही बता रही है। वही दूसरी ओर महागठबंधन की सरकार बीजेपी को आरक्षण विरोधी बता रही है।
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BJP पर ललन पहले से हमलावर
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह BJP पर पहले से हमलावर है। उन्होंने कहा कि मुख़्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2006 में बने कानून के आधार पर आरक्षण देने की व्यस्था की थी। सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट ने उसे सही ठहराया था। अभी उसी एक्ट के जरिए चुनाव हो रहा था। लेकिन आरक्षण विरोधी पार्टी भाजपा ने इसे महाराष्ट्र सरकार के लिए दिए गए सुप्रीम कोर्ट के आदेश से जोड़कर भरमाने की कोशिश की है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा का मुख्य मकसद केंद्र से आरक्षण खत्म करना है।ओबीसी का 27 प्रतिशत आरक्षण भी समाप्त करना चाहते हैं।