भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) हर मौके को अपने पक्ष में भुनाने की रणनीति पर काम करती है. इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव 2024 से पहले 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम भाजपा के लिये एक बड़ा मौका है. इस मौके को भुनाने के लिये पार्टी के साथ-साथ विश्व हिंदु परिषद और आरएसएस भी लगी हुई. बिहार के हर विधानसभा क्षेत्र से करीब पंद्रह हजार लोगों को अयोध्या ले जाने की जिम्मेदारी विधायकों को दी गयी है.
वहीं, विश्व हिंदु परिषद और आरएसएस, अक्षत वितरण कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों के सेंटीमेंट को जगा रही है. राम-सीता के पुत्र के नाम पर पार्टी की ओर से 20 दिवसीय लव-कुश यात्रा की शुरुआत की गयी है. इस यात्रा के बहाने पार्टी की नजर लव-कुश कोइरी (कुशवाहा) और कुर्मी वोट बैंक को अपने पक्ष में साधने पर है.
लव-कुश रथ का उद्देश्य रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिये लोगों को निमंत्रण देना
एक हाइटेक बस का नाम लव-कुश रथ दिया गया है. बस में चारों तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बड़े नेताओं की तस्वीर लगी है. इस बस पर सबके सिया सबके राम का स्लोगन भी लिखा हुआ है. यह राज्य के सभी 38 जिलों से होता हुआ 20 जनवरी को रामकर्म भूमि (विश्वामित्र आश्रम) बक्सर से आशीर्वाद लेकर गाजीपुर, सुल्तानपुर के रास्ते 22 जनवरी को इस यात्रा का समापन अयोध्या में होगा.
इस रथ के साथ-साथ कीर्तन मंडली भी चल रही है. यात्रा के दौरान मोदी सरकार द्वारा किये गये कार्यों के बारे में पंपलेट का भी वितरण किया जा रहा है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के अनुसार लव-कुश रथ का उद्देश्य रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिये लोगों को निमंत्रण देना है. राज्य के लव-कुश समाज के लोग इसको लेकर काफी उत्साहित हैं.
यह रथ तो हर जिले से होकर गुजरेगी लेकिन मुख्य फोकस कुर्मी-कोइरी आबादी वाले जिलों पर रहेगा. सम्राट चौधरी ने बताया कि 500 साल के लंबे संघर्ष और कई लोगों के बलिदान के बाद भगवान राम भव्य मंदिर में पहुंच रहे हैं. आज लव-कुश समाज ने कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए इस रथ यात्रा का आयोजन किया है.
हर विधायक को दस से पंद्रह हजार लोगों को अयोध्या लेने का दिया गया है लक्ष्य
भाजपा ने एक विशेष रणनीति के तहत बिहार से पचास लाख से अधिक लोगों को अयोध्या ले जायेगी. इसके लिये हर विधायक को दस से पंद्रह हजार लोगों को अयोध्या ले जाने का लक्ष्य लिया गया है. श्रद्धालुओं को उनके घर से ले जाने से लेकर रामलला के दर्शन के बाद घर पहुंचाने तक की जिम्मेदारी दी गयी है.
भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने बताया कि हमलोगों को करीब पंद्रह हजार लोगों को अयोध्या ले जाना है. उन्होंने कहा कि 24 जनवरी से लेकर 24 फरवरी के बीच लोगों को अयोध्या ले जाने की तैयारी है.