लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद मोदी सरकार का तीसरा कार्यकाल शुरू हो चुका है। भाजपा ने अपने सहयोगी दलों को भी मंडिमंडल बांट दिए हैं। 24 को लोकसभा चुनाव का सत्र शुरू होने वाला है। इस बीच लोकसभा 26 जून को अपने नए अध्यक्ष का चुनाव करेगी। अब लोकसभा में अध्यक्ष पद किसकी तरफ से होगा ये बड़ा सवाल है। कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया था कि किंगमेकर जेडीयू और टीडीपी अध्यक्ष पद खुद रखना चाहती है। इस बीच जेडीयू नेता केसी त्यागी का अध्यक्ष पद को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।
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एनडीए की सरकार बनने से पहले खबरें आई थीं कि तेलगू देसम पार्टी अपने दल के किसी नेता को लोकसभा स्पीकर बनाना चाहती है। इसके बाद कांग्रेस ने भी कहा कि लोकसभा स्पीकर भारतीय जनता पार्टी का नहीं, बल्कि किसी सहयोगी दल का होना चाहिए। अब केसी त्यागी ने विपक्ष के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष हमेशा सत्ताधारी पार्टी का होता है, क्योंकि गठबंधन दलों में उसकी संख्या सबसे अधिक होती है। उनके इस बयान से साफ हो गया है कि जेडीयू ने अध्यक्ष पद की मांग नहीं की है।
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लोकसभा में बहुमत के लिए 272 सीटें जरूरी हैं और भारतीय जनता पार्टी के पास 240 सीट हैं। ऐसे में सरकार बनाने के लिए बीजेपी को एनडीए गठबंधन के सहयोगियों की जरूरत पड़ी। एनडीए के सभी सहयोगियों ने साथ दिया और 290 से ज्यादा सांसदों के समर्थन के साथ बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। हालांकि, इस सरकार में जेडीयू के 12 और टीडीपी के 16 सांसदों का समर्थन बेहद अहम है। अगर ये दोनों पार्टियां समर्थन वापस लेती हैं तो बीजेपी की अगुआई वाली एनडीए सरकार गिर सकती है। हालांकि, केसी त्यागी के बयान से साफ है कि एनडीए गठबंधन मजबूती के साथ एकजुट है और भारतीय जनता पार्टी ही यह तय करेगी कि लोकसभा का स्पीकर कौन होगा।