लोकसभा चुनाव में इस बार बीजेपी ने अपनी एक अलग ही रणनीति तैयार की है। पार्टी ने अपने पुराने सिपाहियों को छोड़ नए उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है। पार्टी की तरफ से जारी पहली सूची में ही जहां कई सीटिंग सांसदों के टिकट कट गए। तो वहीं, इस बार भी कुछ ऐसी ही उम्मीद लगाई जा रही है। चर्चा है कि इस बार 17 सीटिंग सांसदों का टिकट कटने वाला है।
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मिली जानकारी के अनुसार, इस बार बिहार के लिस्ट में सबसे पहला नाम राधामोहन सिंह का है। उनके बयान से ऐसा लग रहा कि उन्होंने इस बात को स्वीकार भी कर लिया है। जो कभी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के प्रभारी हुआ करते थे। उन्हें इस बार सांसद बनाना पार्टी ने जरूरी नहीं समझा है। इस संबंध में जब उनसे पूछआ गया तो वह भी काफी मायूस दिखे।
उन्होंने कहा कि उनकी सीट भाजपा की परंपरागत सीट रही है। इस सीट पर पार्टी जिसे उम्मीदवार बनायेगी, वे उसकी मदद करेंगे। पार्टी का जो भी फैसला होगा, उसे स्वीकार करेंगे। पार्टी मुझे टिकट दे या किसी दूसरे कार्यकर्ता को, मैं उसके लिए चुनाव लड़ूंगा। राधामोहन सिंह का ये बयान उनकी स्वीकारोक्ति मानी जा रही है। ऐसे में पार्टी इस बार अपने नए सिपाहियों को तैयार कर रही है, जिसका परिणाम क्या होगा ये तो वक्त ही बताएगा।