दो राज्यों गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के रिजल्ट घोषित हो चुके हैं। गुजरात में जहां बीजेपी में सत्ता में ऐतिहासिक वापसी की है। वही हिमाचल प्रदेश में हर पांच साल पर सत्ता परिवर्तन वाली परंपरा कायम रही। यानी हिमाचल की सत्ता बीजेपी के हाथ से निकलकर कांग्रेस के हाथ में चली गई है। इन दोनों विधानसभा चुनावों के अलावा 5 अन्य राज्यों की कुल 6 विधानसभा सीट और एक लोकसभा सीट पर हुए उपचुनावों का भी रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। ये रिजल्ट बीजेपी के लिए उतने अच्छे साबित नहीं हुए हैं। दो राज्यों में क्षेत्रीय दलों से वहीं दो राज्यों में कांग्रेस से बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। 7 सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी सिर्फ 2 सीट पर जीत हासिल करने में सफल रही। मतलब उपचुनावों वाली सीरीज में बीजेपी 5-2 से पराजित हो गई है।
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यूपी उपचुनाव के नतीजे
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा सीट, रामपुर और खतौली विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। बता दें कि समजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी की सीट खाली हुई थी। मैनपुरी लोकसभा सीट हमेशा से समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है। समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनावी मैदान में थी। अपनी पार्टी के गढ़ और अपने ससुर की विरासत को बचने में डिंपल यादव के कामयाब रही। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार रघुराज शाक्य को 1,64,659 वोट से हारा दिया है।
इसके अलावा रामपुर विधानसभा सीट पर पर भी बीजेपी ने बाजी मार ली है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री व सपा विधायक रहे आजम खान एक लंबे समय से रामपुर सीट से विधायक रहे हैं। पर हेट स्पीच मामले में उन्हें 3 साल की सजा हुई जिसके बाद उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई थी। जिस वजह से रामपुर में उपचुनाव हुआ। जिसमें बीजेपी उम्मीदवार आकाश सक्सेना ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवा आसिम रज़ा को 33,702 वोटों से हारा दिया है। यानी आजम खान का गढ़ कहे जाने वाले रामपुर पर कमल खिल चुका है।
वहीं यूपी के मुज़फ्फरनगर ज़िले की खतौली विधानसभा सीट बीजेपी के हाथ से छिटक गया। दरअसल खतौली विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के MLA विक्रम सैनी को अदालत से सजा सुनाये जाने के बाद, उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हो गई थी। जिसकी वजह से यहां उपचुनाव हुआ। इस चुनाव में बीजेपी ने खतौली सीट से विक्रम की पत्नी राजकुमारी सैनी को उम्मीदवार बनाया है। ऐसा माना जा रहा था कि वो अपने पति की सीट को बचाने में कामयाब होंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जबकि उनके मुकाबले समाजवादी पार्टी के समर्थन वाले RLD के मदन भैया 22,165 वोटों से राजकुमारी सैनी को हरा दिया है।
राजस्थान: सरदारशहर उपचुनाव नतीजे
राजस्थान के चूरू जिले की सरदारशहर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए उपचुनाव में सहानुभूति वाली लहर में कांग्रेस को जीत मिली। यह सीट कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन से सीट खाली हुई है। कांग्रेस ने स्वर्गीय भंवरलाल शर्मा के बेटे अनिल शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा था। सहानुभूति वाली लहर में का फायदा अनिल शर्मा को खुब मिला, उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार अशोक कुमार पिंचा को 26696 वोटों से हरा कर बड़ी जीत हासिल की।
छत्तीसगढ़: भानुप्रतापपुर उपचुनाव नतीजे
छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के अचानक निधन से भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट भी खली हुई थी। जिसपर भी उपचुनाव में कांग्रेस ने दिवंगत मनोज मंडावी पत्नी सावित्री मंडावी को चुनाव मैदान में उतारा है। सावित्री मंडावी अपनी पार्टी और अपने पति का परचम बुलंद रखने में कामयाब रही। ऐसा कहा जाए की उन्हें भी सहनुभूति वाली लहर का फायदा मिला तो ये बात गलत नहीं होगी। सावित्री मंडावी ने बीजेपी उम्मीदवार ने ब्रह्मानंद नेताम को 21,098 वोटों से हरा दिया।
ओडिशा: पदमपुर उपचुनाव नतीजे
ओडिशा की पदमपुर विधानसभा उपचुनाव में ओडिशा की सत्तारुढ़ पार्टी बीजद ने जीत हासिल की है। दरअसल इस सीट पर पहले से बीजद का कब्जा था। बीजद विधायक बिजय रंजन सिंह बरिहा के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ। जिसमें बीजद उम्मीदवार बरसा सिंह बरिहा ने बाजी मार ली। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार प्रदीप पुरोहित को 42,638 वोटों से मात दी है।
बिहार: कुढ़नी उपचुनाव नतीजे
बिहार के कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव का परिणाम बीजेपी के लिए संतोषजनक रहा। हर राउंड के रिजल्ट के बाद बड़ा उलट-फेर देखने को मिल रहा था। लेकिन अंतिम परिणाम बीजेपी के पक्ष में रहा। बीजेपी के उम्मीदवार केदार प्रसाद यादव ने 3,632 मतों से जेडीयू के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा को हरा कर जीत हासिल की है। बता दें की इस सीट पर राजद के नेता अनिल सहनी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल किया था। LTC घोटाला मामले में उन्हें सजा हुई जिसके बाद उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई। जिसके बाद यहाँ उपचुनाव हुए। 7 सीटों पर हुए उपचुनावों में ये दूसरी सीट रही जिसपर बीजेपी ने जीत हासिल की।