बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी संभालते ही दिलीप जायसवाल (Dilip Jaisawal) विपक्ष पर हमलावर हो गये। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि ये लोग विदेशी आदमी है। जब बिहार में सदन चलता है तब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गायब रहते हैं, विदेश चले जाते हैं। राहुल गांधी के चक्रव्यू तोड़ने वाले बयान पर कहा कि राहुल गांधी कब विदेश में जाते हैं कब कब देश में नजर आते है। कब बाहर जाएंगे उनके बारे में बात करने से क्या फायदा। हम विदेशी आदमी का बात नहीं करते हैं। हम लोग तो देशी आदमी हैं गांव देहात का आदमी है कोई विदेशी नहीं? हम देश में ही रहते है विदेश में नहीं रहते।
वहीं भाजपा नेता आरसीपी सिंह के बिहार में लॉ एंड आर्डर को लेकर उठाये गये सवाल का जवाब देते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा कि सब कुछ काला हो उसमें कुछ उजाला आ जाए तो बहुत अच्छा लगता है। जब नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में सरकार बनी थी उसके पहले जंगल राज कहिए या जो भी कुछ कहिए। लेकिन अपराधी को संरक्षण सरकार देती थी। जब अपराधियों को संरक्षण सरकार में बैठे लोग देते थे। उसके बाद जो काल आया अभी अपराध नहीं हो रहा था। अब कहीं अपराध हो रहा है तो लोगों को लग रहा है अभी बहुत अपराध हो रहा है।
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उन्होंने कहा कि अब इस कानून के राज्य में जो भी अपराध हो रहा है हमारे लिए चुनौती है और हम उस चुनौती को स्वीकार करते हैं। अभी देखिए एक भी अपराध या आपराधिक घटना घटी है उसमें पुलिस के एक्शन में क्या कुछ कमी हुआ है ? या अपराधी को पकड़ने में या चिन्हित करने में कोई कमी हुआ है ? आरसीपी सिंह ने कहा कि पुलिस का डर और अपराधियों में बढ़ाने की जरूरत है। इस सवाल के जवाब में दिलीप जायसवाल ने कहा कि एक सप्ताह में हम पुलिस का डर बढ़ा देंगे। आपको पता चल जाएगा एक सप्ताह में आपको पता लग जाएगा कि हम एक्सीलेटर दबाने जा रहे हैं।
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सुप्रीम कोर्ट में आरक्षण को लेकर सुनवाई पर दिलीप जायसवाल ने कहा कि आरक्षण को लेकर मीडिया में कुछ गलत बातें प्रसारित की जा रही है। होता क्या है कि कुछ राजनीतिक लोग बुद्धि विहीन है। सुप्रीम कोर्ट में कल आरक्षण के मुद्दे को लेकर सुनवाई होनी थी। कोर्ट में हम लोगों ने सरकार की ओर से कहा कि आप तब तक हाई कोर्ट के आदेश को स्टे कर दीजिए। सरकार बहुत चिंतित थी। उसको लेकर के सुनवाई हुई लेकिन स्टे करते रहिए लेकिन कोर्ट ने कहा कि हम सितंबर में सुनवाई करके तब इस पर अपना फैसला लेंगे। यह तो हमारी चिंता है। हम भी चाहते थे कि तब तक के लिए स्टे हो जाए। जब सुनवाई होगी तब सरकार अपना पूरा पक्ष अपने ताकत से रखेगी। जितने भी एडवोकेट हैं उन्हें हम सुप्रीम कोर्ट में रखेंगे और जो पिछड़ों को न्याय मिलना चाहिए वह जरूर मिलेगा।