भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि राजद के अंधकार वाले शासनकाल से मुक्ति दिलाकर, उजाले और प्रकाश की एलईडी युग में लाने का काम एनडीए सरकार ने किया है। सुशासन की एनडीए सरकार ने राजद के शासन काल के लालटेन युग से गांवों के अंधियारा को मिटा कर, जगमग गांव बनाने का काम किया हैं। राजद के शासनकाल में ग्रामीण शहरों में एक सप्ताह और गांव में 15 – 15 दिन बिजली नहीं आती थी, राजधानी पटना में 5 – 6 घंटा बिजली कटी रहती थी। आज बिहार में 24 घंटा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्य में हर घर बिजली सप्लाई अनवरत हो रहा है और किसानों को सिंचाई के लिए बिजली सप्लाई मिल रही है।
आज बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही सोलर स्ट्रीट लाइट योजना का सार्थक और व्यापक असर बिहार के गांवों में देखने को मिल रहा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में बिहार के विभिन्न वार्डों में जहां 1,09,239 सोलर लाइट लगे थे। आज अब वित्तीय वर्ष 2024- 25 में इस योजना पर 276 करोड़ खर्च करके बड़े पैमाने पर सोलर स्ट्रीट लाइट लगाए जाएंगे ताकि गांवों में रात्रि में सुगम आवागमन हो सके।
अरविन्द ने कहा कि “आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सूर्य घर योजना प्रत्येक घर मुफ्त बिजली देने का अद्भुत योजना देश भर में चल रही है। साथ ही प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत ढाई लाख से ज्यादा घरों में सौर ऊर्जा पहुंच चुकी है। इस अनूठी योजना के माध्यम से मध्यम वर्ग के परिवारों का बिजली का बिल तो कम होता ही है, साथ ही सौर ऊर्जा के लक्ष्य की पूर्ति में भी योगदान मिलता है।”
अरविन्द ने कहा कि ‘जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जब डेढ़ साल से ज्यादा बिहार में उपमुख्यमंत्री बने रहे तो स्मार्ट मीटर का विरोध करने का उनकी क्षमता समाप्त हो गई थी, विरोध करने की हिम्मत नहीं थी। लेकिन जब वह बिहार के उपमुख्यमंत्री के पद से हटे तो कुर्सी पाने के लिए अपनी बेरोजगारी दूर करने के लिए स्मार्ट मीटर योजना के मीटर का विरोध करने लगें और लगा हुआ मीटर को उखाड़ने की घोषणा करने लगें। जैसे उनके पिता लालू यादव चरवाहा विद्यालय खुलवाकर जनता को झांसे में लिए थे, उसी तरह से स्मार्ट मीटर एवं फ्री बिजली के नाम पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जनता को झांसे में लें सके। हालांकि बिहार की जनता जानती है “शिकारी आएगा, जाल बिछाएगा, दाना डालेगा, लोभ से फंसना मत”।