कर्नाटक में बीजेपी- जेडीएस गठबंधन के उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के कथित यौन उत्पीड़न का वीडियो सामने आने के बाद देश की राजनीति गर्मा गई है विपक्ष दल इस मामले को लेकर सरकार को घेर रही है और उन्हें इस मामले में कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में तेजस्वी यादव ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि अब तो बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं नहीं बल्कि, बलात्कारियों को बचाओ, बलात्कारियों को भगाओ हो गया।
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‘महिलाओं के साथ दरिंदगी होते देख रहे पीएम मोदी’
तेजस्वी ने कहा कर्नाटक में ढाई हजार बहनों का शोषण किया गया। ऐसा करने वाला कौन है, वो बीजेपी का साथी है। पता चला कि वो फरार होकर जर्मनी चला गया। इससे पहले भी महिला पहलवानों का शोषण हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री चुप बैठे हैं। मणिपुर में महिला के साथ दरिंदगी हुई, उसपर भी प्रधानमंत्री चुप रहे। बेटी पढाओ, बेटी बढ़ाओ का नारा देने वाले ऐसे लोगों का चुनाव प्रचार कर रहे थे। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री इस पर क्यों कोई कार्वाई नहीं कर रहे हैं। ये तो बलात्कारियों को बचाओ, बलात्कारियों को भगाओ वाला नारा हो गया।
‘परिवारवाद को खत्म करने की शुरुआत एनडीए से करे शाह’
परिवारवाद पर अमित शाह के बयान का भी तेजस्वी ने जवाब दिया है जिसमें शाह ने कहा था कि बीजेपी की सरकार बनी तो बिहार से परिवारवाद और जातिवाद को खत्म कर दिया जाएगा, इस पर तेजस्वी ने कहा कि अमित शाह का दावा पूरी तरह से हास्यास्पद है। पहली बात तो देश में इस बार एनडीए की सरकार बनने नहीं जा रही है और दूसरी बात है कि पहले वे अपने घर से तो जातिवाद और परिवारवाद को खत्म करने की शुरुआत करें। अमित शाह के दल में परिवारवाद कौन लोग करते हैं, हमने तो पूरी लिस्ट दिखाई थी। इसलिए अमित शाह पहले अपने घर और अपने दल से शुरू करें। यह भी तय करें कि उनके गठबंधन में जो दल शामिल हैं वह भी परिवारवाद वाले नहीं होंगे। असल में हार के डर से इन लोगों को दिमाग खराब हो गया है।