वैसे तो भाजपा और नीतीश कुमार और जदयू के रिश्तों की खटास 2013 में ही सामने आ गई। तब भाजपा से अलग होकर जदयू ने नई राह भी पकड़ ली थी। लेकिन 2017 में जदयू भाजपा के साथ वापस आ गई। लगा कि सबकुछ ठीक होने लगा। लेकिन 2022 में रिश्तों ने एक करवट और ली और नीतीश कुमार ने भाजपा को झटक दिया। भाजपा इस झटके से ऐसा तिलमिलाई है कि किसी कीमत पर नीतीश कुमार को स्पेस नहीं देना चाहती। दरअसल, नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार यात्रा पर निकलने वाले हैं और भाजपा ने इसका काउंटर करने की स्ट्रेटजी तैयार कर ली है।
‘हताशा यात्रा पर जाएंगे नीतीश, 2024 में होगा सूपड़ा साफ’
भाजपा ने लगाया बड़ा आरोप
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार की यात्रा पर भाजपा ने काउंटर अटैक की प्लानिंग कर ली है। जिम्मेदारी बिहार विधान परिषद में भाजपा के नेता सम्राट चौधरी ने उठाई है। सम्राट चौधरी ने ऐलान किया है कि मुख्यमंत्री यात्रा के दौरान जिन जगहों पर भी जाएंगे। अगले एक हफ्ते वे वहां पहुंचकर नीतीश सरकार की पोल खोलेंगे। सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि सीएम अपनी यात्रा के दौरान सिर्फ अपने सेलेक्टेड लोगों से मिलते हैं। हर वह आदमी सीएम तक पहुंच नहीं पाता जो सरकार की असलियत दिखाए। इसलिए इस बार वे खुद सरकार की पोल खोलेंगे।
‘नीतीश पर तेजस्वी का असर’
राज्य में कानून व्यवस्था खराब होने को लेकर सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव पर भी वार किया। सम्राट ने कहा कि संगति का भी असर होता है। तेजस्वी यादव की संगति का पूरा असर नीतीश कुमार पर हो चुका है। राजद में गुंडाराज की हनक है और नीतीश ने उसे पूरी तरह अपना लिया है। इसलिए बिहार में गुंडाराज आ चुका है। नीतीश कुमार लोगों की समस्या सुनने का दावा करते हैं लेकिन आम जनता की राय के अनुसार आजतक कोई काम नहीं किया।