बिहार के शिक्षा मंत्री के विवादित बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म है। हर तरफ शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारे लगाए जा रहे है। इस बीच पटना में विपक्षों ने मोर्चा खोल रखा है। आज यानी शनिवार को पटना के इनकम टैक्स गोलंबर पर शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर का पुतला फूंका गया।
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युवाओं का आंदोलन जारी रहेगा
प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता काफी आक्रोशित नजर आए। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बिहार के शिक्षा मंत्री को भ्रष्ट और अज्ञानी बताया। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने शिक्षा मंत्री को अविलंब बर्खास्त करने की मांग कर रहे है। आंदोलन के दौरान युवाओं ने कहा कि शिक्षा मंत्री को न तो केवल बिहार से बल्कि भारत से भी बाहर करने की बात कही। युवा पूरे अडिग नजर आ रहे है। उनका कहना है कि जब तक शिक्षा मंत्री को बर्खास्त नहीं किया जाएगा तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
इस बयान से शुरू हुआ विवाद
दरअसल बीते दिन बुधवार को नालंदा खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान उन्होंने एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि धार्मिक ग्रंथों ने समाज में जातिवाद का जहर फैलाया है। एक युग में मनुस्मृति ने जहर फैलाया। उसके बाद रामचरित मानस ने जहर फैलाया।इसके बाद गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स ने यही काम किया। साथ ही उन्होंने रामायण की एक चौपाई “अधम जाति में विद्या पाए,भयहु यथा अहि दूध पिलाए” का जिक्र करते हुए भी उससे आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इस चौपाई का मतलब है कि निचले जाती के लोग ज्ञान प्राप्त कर सांप के समान जहरीले हो जाते हैं। इसी बयान को लेकर विवाद बढ़ता चला गया लेकिन अपने इसी बयान पर वो आज भी कायम है।