पत्रकार एवं समाजसेवी स्व जैनेन्द्र ज्योति की दूसरी पुण्यतिथि पर गुरुवार को मां ब्लड सेंटर में रक्तदान शिविर एवं संगोष्ठी आयोजित किया गया। ये आयोजन जैनेन्द्र ज्योति मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा किया गया था। जिसमें बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी शामिल हुए। इनके आलवे कार्यक्रम में मुख्य रूप से माँ वैष्णोदेवी सेवा समिति के प्रेसिडेंट जगजीवन सिंह “बबलू”, सचिव कन्हैया अग्रवाल, नंद किशोर अग्रवाल, जैनेंद्र ज्योति मेमोरियल फ़ाउंडेशन के रोहन आनंद, आशीष सिन्हा, राम नंदन आदि उपस्थित थे। रक्तदान शिविर में कुल 61 लोगों ने रक्तदान किया।
रक्तदान से बढ़कर कोई दान नहीं हो सकता- अशोक चौधरी
अशोक चौधरी ने कह कि रक्तदान से बढ़कर कोई दान नहीं हो सकता। रक्तदान करने वालों को हम इसलिए रक्तवीर कहते हैं, क्योंकि यही एक ऐसी सेवा है जिसका नाता सीधे तौर पर समाज और पीड़ित मानवता से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार एवं समाजसेवी स्व जैनेन्द्र ज्योति की दूसरी पुण्यतिथि पर गुरुवार को मां ब्लड सेंटर में आयोजित रक्तदान शिविर एवं संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि स्व जैनेन्द्र ज्योति ने महज 29 वर्ष की उम्र में न सिर्फ पत्रकारिता और समाजसेवा में अपना उत्कृष्ट योगदान दिया, बल्कि एक रक्तदाता के तौर पर 49 बार रक्तदान कर मिसाल कायम की।
स्व जैनेंद्र ज्योति जी की ज़िंदगी से प्रेरणा लेनी चाहिए- सुशील कुमार मोदी
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि युवाओं को रक्तदान के लिए आगे बढ़ना चाहिए और अब ऐसा हो भी रहा है। हमसब को स्व जैनेंद्र ज्योति जी की ज़िंदगी से प्रेरणा लेनी चाहिए। हमें सीखना चाहिए कि कैसे समाज के लिए कुछ बेहतर किया जा सकता है।
मेंटर शरद विवेक सागर ने ये कहा
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए विश्वविख्यात मेंटर शरद विवेक सागर ने कहा कि जैनेंद्र ज्योति जी को मैंने बेहद क़रीब से देखा है। समाज के लिए कुछ कर गुज़ारने की उनकी चाह उन्हें सबसे अलग बनाती थी। वो जब भी मिलते, तब समाज के लिए कुछ बेहतर करने की उनकी मंशा हमें भी प्रेरित करती थी। आज उनकी ग़ैरमौजूदगी में भी हम उनके बताए रास्ते पर चलने की कोशिश करते हैं। रक्तदान शिविर स्व ज़ैनेंद्र ज्योति को एक सच्ची श्रद्धांजलि है।
पद्मश्री डॉक्टर गोपाल प्रसाद सिन्हा ने बताए रक्त दान के फायदे
पद्मश्री डॉक्टर गोपाल प्रसाद सिन्हा ने कहा कि रक्तदान करने से हम क़ई बीमारियों से बच सकते हैं। नियमित रक्तदान से एक तरफ़ जहाँ हमारे शरीर के अंदर नए सेल्स बनते हैं, वहीं हमारा एक रक्तदान तीन लोगों की ज़िंदगी बचाने में योगदान देता है। संगोष्ठी का संचालन समाजसेवी सूरज सिन्हा और मुकेश हिसरिया ने किया। इससे पहले ऑक्सीजन मैन गौरव राय के 94वें रक्तदान से शिविर की शुरुआत हुई और उन्होंने दो जरूरतमंदों को अपनी ओर से साइकिल भी दी।