बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (PT) को रद्द करने की मांग को लेकर पटना हाईकोर्ट में मंगलवार को होनी वाली सुनवाई एक बार फिर जज की छुट्टी के कारण टल गई। यह दूसरी बार है जब इस मामले में सुनवाई नहीं हो पाई। इससे पहले 31 जनवरी को भी जस्टिस अरविंद सिंह चंदेल की अनुपस्थिति के चलते केस की सुनवाई स्थगित कर दी गई थी। अब अगली सुनवाई 5 फरवरी को होगी।
इस बीच, परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर सैकड़ों अभ्यर्थी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे, लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। तेजस्वी के कार्यालय ने उन्हें शाम 4 से 5 बजे के बीच आने का समय दिया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि “हमारी मांग सिर्फ परीक्षा रद्द करने की नहीं, बल्कि पारदर्शी प्रक्रिया की है। न्यायपालिका और राजनीतिक नेताओं दोनों से हमें उम्मीद थी, लेकिन अब तक सिर्फ देरी ही हाथ लगी है।”
क्या है पूरा मामला?
BPSC 70वीं PT परीक्षा 30 सितंबर 2023 को आयोजित की गई थी, जिसके परिणाम घोषित होने के बाद पेपर लीक और अनियमितता के आरोप लगे। कई अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद कोर्ट ने आयोग से जवाब मांगा था। अब तक तीन बार सुनवाई टल चुकी है, जिससे अभ्यर्थियों में निराशा बढ़ रही है।
- अभ्यर्थियों की मांग: तत्काल सुनवाई और परीक्षा पारदर्शी तरीके से दोबारा आयोजित करने की।
- BPSC का रुख: अब तक आयोग ने आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि परीक्षा प्रक्रिया निष्पक्ष थी।
- राजनीतिक दलों की भूमिका: आरजेडी और NDA दोनों इस मुद्दे को चुनावी हथियार बनाने की कोशिश में हैं।