बीते 8 मई को बीपीएससी की परीक्षा पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द कर दी गयी थी। वहीं 67वीं संयुक्त परीक्षा पेपर लीक मामले में EOU की पटना टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त परीक्षा पेपर लीक मामले में बड़हरा के BDO जयवर्धन गुप्ता को EOU ने हिरासत में लिया है। जिसे EOU की टीम बड़हरा स्थित आवास से पटनालेकर आयी। इन पर BPSC परीक्षा में धांधली करने का आरोप लगा है। जयवर्धन गुप्ता VKS कॉलेज में मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात थे।
जांच रिपोर्ट आने के बाद परीक्षा की तिथि पर मंथन
वहीं जानकारी के मुताबिक़ बीपीएससी बीते 8 मई को रद्द की परीक्षा को दोबारा 15 जून 2022 के बाद होने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक़ पुलिस के जांच रिपोर्ट आने के बाद परीक्षा की तिथि पर मंथन किया जाएगा। वहीं पता चला है कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) 67वीं बीपीएससी-सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा ऑनलाइन कराने पर भी विचार कर सकता है। फिलहाल यह परीक्षा ऑनलाइन मोड में लिया जाता है। वहीं प्रश्नपत्र लीक होने के कारण परीक्षार्थी आयोग के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं।
कुंवर सिंह कॉलेज से पेपर लीक हुआ
सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि किसी को बख्सा नहीं जाएगा। अधिकारियों जांच का आदेश दे दिया गया है। वहीं मामले की जांच करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (EOU) को दी गई है। आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने जांच के क्रम में आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल समेत कुछ कर्मचारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। शुरूआती जांच में यह पाया गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा का पेपर आरा के कुंवर सिंह कॉलेज से हुआ था। वहीं प्रधानाचार्य योगेंद्र सिंह और सेंटर मजिस्ट्रेट जयवर्द्धन गुप्ता से पूछताछ की गई है। वहीं EOU के ADG नैयर हसनैन खान खुद केस की मोनिटरिंग कर रहें है।
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