BPSC द्वारा संचालित बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा के अंतिम चरण यानि चेहरा और अंगूठा मिलान के दौरान एक फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा गया है।
दरअसल BPSC शिक्षक बहाली TRE – 2 की परीक्षा का अंतिम चरण कटिहार के शिक्षा विभाग में चल रहा था, जिसमे सभी सफल अभ्यर्थियों का चेहरा मिलान (फेस रेकोग्निसन) और अंगूठा मिलान (थंब इम्प्रैशन मैचिंग) विभाग के द्वारा किया जा रहा था। मौके पर पुलिस बल और दंडाधिकारी भी मौजूद थे। इसी बीच नव नियुक्त महिला – पुरुष शिक्षकों की भीड़ में बिहार के मधुबनी जिला के फुलपरास थाना क्षेत्र में सुग्गापट्टी गांव का ओंकार नाथ भिंडवार नाम का एक अभ्यर्थी भी अपने चेहरे और अंगूठा मिलान के लिए वहां पहुँच गया। लेकिन जैसे ही उसका चेहरा मिलान किया गया तो वहां विभागीय टैब पर किसी दूसरे व्यक्ति का चेहरा आ गया। फर्जी अभ्यर्थी के अंगूठे का निशान भी बायोमेट्रिक से नहीं मिल पाया। इस दौरान फर्जी शिक्षक वहां से भागने की जद्दोजहद में लग गया, हालांकि जांच स्थल पर मौजूद कर्मचारियों ने दौड़कर उसे पकड़ लिया। फर्जीवारे की इस घटना के बाद पूरा शिक्षा विभाग अलर्ट मोड में आ गया। लगे हाथ अधिकारियों ने खुद अपने चेंबर में इस फर्जी शिक्षक का फिर से चेहरे और अंगूठे का मिलान करवाया, लेकिन फिर से वही हुआ और सबकुछ आईने की तरह साफ़ भी हो गया।
पूछताछ में पकड़े गए फर्जी शिक्षक ओंकार नाथ भिंडवार ने अपने फर्जीवाड़े को स्वीकार करते हुए सफाई में कहा कि मैं खुद प्रवेश परीक्षा के पहले इसका फॉर्म भरकर मुंबई काम करने चला गया था और इधर BPSC TRE – 2 की परीक्षा में मेरे पिताजी और परिवार वालों ने किसी और से दरभंगा के परीक्षा केंद्र में उससे परीक्षा दिलवा दिया। बता दें कि रिजल्ट आने के बाद इस फर्जी अभयर्थी ने नए शिक्षक के रूप में अररिया में ट्रेनिंग भी ली थी। वहीं मौके पर मौजूद अधिकारीयों ने घटना की पुष्टि करते हुए पकड़े गए फर्जी शिक्षक पर कानूनन नियमानुकूल कार्रवाई करने की बात भी कही है।