इन दिनों बिहार में पुल गिरने को लेकर सियासत तेज है। सत्ता पक्ष को विपक्ष लगातार घेर रहा है और तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। तो वहीं सत्ता पक्ष भी विवक्ष पर आरोप लगा रहा है। बिहार सरकार के एससी एसटी मंत्री संतोष कुमार सुमन ने बिहार में 9 दिन में 5 पुल ध्वस्त हो जाने के सवाल पर तेजस्वी यादव पर कटाक्ष किया है। संतोष सुमन ने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे हैं, उनके कार्यकाल में भी पुल के गिरने की घटना हुई है।
मंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में जो पुल गिरे हैं उसका डीपीआर भी उन्हीं के कार्यकाल में तैयार हुआ और काम प्रारंभ किया गया। ऐसे में हम उन्हें नसीहत देना चाहते हैं कि जब वे नौकरी बांटने का क्रेडिट जबरन लेने में जुटे हैं तो पुल गिरने का भी क्रेडिट उन्हें लेना चाहिए। क्योंकि दोनों काम तो उन्ही के कार्यकाल में हुआ है। संतोष सुमन गया में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने आए थे, इसी दौरान उन्होंने यह बाते कही।
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उन्होंने कहा कि तेजस्वी 17 महीने के कार्यकाल का हवाला देते हुए नौकरी और रोजगार का क्रेडिट ले रहे हैं, तो 17 महीने में बनने वाले डीपीआर और प्राक्कलन राशि से जो पुल बना है, वह टूट रहा है, तो उसका भी क्रेडिट भी उन्हें लेना चाहिए। जब तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री थे और उस समय संयोग से वे पथ निर्माण मंत्री भी थे।
वहीं, बिहार में हालिया महीनो में विधि व्यवस्था पर भी विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष को घर रहा है। इस पर मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा है, कि जंगल राज के नायक को ‘लॉ एंड ऑर्डर’ पर सवाल उठाना हास्यास्पद जैसा है। एनडीए की सरकार सजग और संंबल है, जो भी अपराधी हैं, उनको कड़ी सजा मिलेगी। मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा। बिहार को स्पेशल पैकेज मिलना चाहिए। बिहार को स्पेशल पैकेज मिलेगा तो रोजगार और आर्थिक मजबूत आएगी। रोजगार मिलेगा तो बिहार का विकास होगा।