बिहार में नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ लेकर 28 जनवरी 2024 को एनडीए सरकार तो बना ली, लेकिन उसके बाद कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ। पूरा फरवरी माह विधानसभा सत्र में बीत गया। अब मार्च में कैबिनेट विस्तार की कवायद तो शुरू हुई लेकिन इस पर फिर ग्रहण लग गया है। कैबिनेट विस्तार पर ग्रहण क्यों लगा है, इस पर तो सत्ताधारी दल के नेता तो चुप हैं। लेकिन राजद का कहना है कि कैबिनेट विस्तार होते ही नीतीश सरकार गिर जाएगी।
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राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया है कि बिहार में नीतीश सरकार आपसी सिर-फुटौव्वल के कारण कैबिनेट का विस्तार नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में कैबिनेट विस्तार हुआ तो सरकार चली जाएगी। उन्होंने कहा कि “एनडीए ने बिहार में सरकार तो बना ली, लेकिन मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो रहा है। अनुमान लगाया जा रहा था कि 14 मार्च को मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। इस बीच खबर आई कि कैबिनेट विस्तार टल गया। इससे साफ पता चलता है कि एनडीए के अंदर सिर-फुटव्वल है। जिस दिन मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, उसी दिन बिहार में सरकार चली जाएगी।”
कैबिनेट विस्तार में देरी पर तो सत्ताधारी दल के नेता चुप हैं लेकिन इस देरी पर राजद के हमले पर जदयू नेता चुप नहीं हैं। जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि “मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। न सिर्फ मंत्रिमंडल का विस्तार बल्कि एनडीए में सीटों का बंटवारा एकदम सही समय पर पूरे समन्वय के साथ हो जाएगा।”