बिहार की राजनीति में लालू यादव की इंट्री भर से विरोधी खेमे में बेचैनी हो जाती है। उम्र के इस पड़ाव पर कानूनी झंझट झेल रहे लालू यादव को फिलहाल जमानत मिल गई है। जमानत मिलने के बाद से ही लालू यादव पॉलिटिकली एक्टिव हो गए हैं। छह साल बाद बिहार विधानसभा में लालू ने कदम रखा है। मौका उनकी बेटी मीसा भारती का राज्यसभा चुनाव में नॉमिनेशन का था। इसके साथ ही लालू यादव की मौजूदगी एनडीए में बेचैनी पैदा कर रही है।
आगे भी एक्टिव रहेंगे लालू
लोकनायक जयप्रकाश नारायण बिहार की राजनीति में अभी भी परोक्ष रूप से सक्रिय हैं। पक्ष और विपक्ष दोनों खुद को जेपी के ही पदचिन्हों पर चलने का दम भरते हैं। अगले माह पांच जून वो तारीख है जब जेपी ने संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था। इस बार संपूर्ण क्रांति दिवस पर जेपी के अनुयायी लालू यादव संपूर्ण क्रांति की बात दुहरा रहे हैं। दरअसल, योजना यह है कि लालू यादव संपूर्ण क्रांति दिवस पर नीतीश सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे।
बापू सभागार से लालू का ऐलान
राजद ने संपूर्ण क्रांति दिवस के लिए राजधानी पटना के बापू सभागार की बुकिंग कर ली है। पार्टी कार्यालय में बैठकों का दौर जारी है। तैयारी चल रही है। कोशिश है कि नीतीश सरकार की दुखती रग को नोचा जाए। राजद ने संपूर्ण क्राति दिवस पर नीतीश सरकार के उस रिपोर्ट कार्ड को जारी करने की तैयारी की है, जिसमें बताया गया है कि नीतीश के नेतृत्व में शिक्षा-स्वास्थ्य के साथ कानून व्यवस्था भी बरबाद हो चुकी है। राजद का आरोप है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार खोखली है और भ्रष्टाचार चरम पर है।