बिहार सरकार द्वारा सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के दूसरे चरण में जातीय जनगणना 15 अप्रैल से शुरू हो रही है। इस अभियान में सीएम नीतीश कुमार भी अपनी जाति रजिस्टर करवाएंगे। वे शनिवार को पटना जिले के बख्तियारपुर स्थित अपने घर पर अपनी जाति रजिस्टर करवाएंगे।
15 मई तक होगी गणना
जातीय जनगणना का यह चरण 15 अप्रैल से शुरू हो रहा है और 15 मई तक इसे पूरा करना है। राज्य में 2 करोड़ 88 लाख परिवारों की पहचान की गई है। इस अभियान में कुल 3.5 लाख कर्मी व अधिकारी लगाए गए हैं। जबकि अनुमंडल स्तर पर SDO और जिला स्तर पर DM के जिम्मे मॉनिटरिंग है।
राज्य स्तर पर बनेगी रिपोर्ट
इस गणना के बाद राज्य स्तर पर एक रिपोर्ट तैयार होगी। इसमें पता चल सकेगा कि राज्य में किस जाति की कितनी आबादी है। साथ ही हर जाति के अमीर-गरीब लोगों की जनसंख्या, जमीन जायदाद की हिस्सेदारी, नौकरी में हिस्सेदारी, शिक्षा का स्तर आदि की गणना हो जाएगी।
पूछे जाएंगे ये 18 सवाल
- सदस्य का पूरा नाम
- पिता या पति का नाम
- परिवार के प्रधान से संबंध
- आयु
- लिंग
- वैवाहिक स्थिति
- धर्म
- जाति का नाम क्रमांक के साथ
- शैक्षणिक योग्यता
- कार्यकलाप
- आवासीय स्थिति
- अस्थायी प्रवासीय स्थिति
- 13.कंप्यूटर या लैपटॉप
- मोटर वाहन
- कृषि भूमि
- आवासीय भूमि
- सभी श्रोतों से मासिक आय
- आधार संख्या (स्वेच्छा से) के आंकड़े शामिल हैं।