बिहार में पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने लगातार मिल रही जान से मारने की धमकियों के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, तो वह हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। इस मामले में सांसद ने पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा पर भी गंभीर आरोप लगाए और कहा कि वह एक राजनीतिक पार्टी के जैसे काम कर रहे हैं।
पप्पू यादव ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि “मुझे 23 से 24 धमकी भरे फोन कॉल आए, जिनकी अब तक कोई जांच नहीं हुई है। मुझे सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है, मुझे जनता के बीच रहना पसंद है। एसपी एक पार्टी के रूप में काम कर रहे हैं और कुछ राजनेताओं के उकसावे पर वह मेरी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने एसपी को चुनौती दी कि वह बिना वर्दी में सामने आकर उनसे बात करें। सांसद ने कहा कि अगर पुलिस द्वारा लगाए गए आरोप सही साबित होते हैं, तो वह राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि पुलिस यह साबित करती है कि उनके करीबी सहयोगी ने उन्हें धमकी दी थी, तो वह अपना इस्तीफा दे देंगे।
इससे पहले, पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा किया था कि पप्पू यादव को धमकी देने के मामले में पुलिस ने आरा से रामबाबू यादव नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में यह कबूल किया कि उसने दो लाख रुपये के लिए पप्पू यादव को धमकी दी थी और उसे 2000 रुपये भी दिए गए थे। आरोपी ने यह भी दावा किया कि पप्पू यादव के करीबी सहयोगी ने उससे धमकी देने के लिए संपर्क किया था।