बिहार में चार बड़ी परियोजनाओं को केंद्र सरकार ने झटका दे दिया है। ये चारों एनएच की परियोजनाएं हैं। इसमें पटना रिंग रोड (गंगा पार का हिस्सा), मुजफ्फरपुर इस्टर्न बायपास, मानिकपुर- अरेराज, मुजफ्फरपुर-साहेबगंज शामिल है। चारों मिलाकर लगभग 7600 करोड़ की योजना है। लेकिन अब इन योजनाओं पर आगे काम नहीं होगा। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इन परियोजनाओं पर रोक लगा दी है। मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में साफ कहा गया है कि इन परियोजनाओं को चालू करने के लिये फिर से कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनोमिक एफेयर्स (सीसीईए) से मंजूरी लेनी होगी। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का यह रुख इसलिए आया है क्योंकि अभी तक इन परियोजनाओं में बिहार सरकार ने जमीन अधिग्रहण कार्य पूरा नहीं किया है।
आपको बता दें कि केन्द्र ने भारतमाला परियोजना फेज-1 की उन परियोजनाओं पर रोक लगा है, जिनकी प्रारंभिक कार्रवाई अब तक शुरू नहीं हुई है। जमीन अधिग्रहण कार्य भी नहीं हुआ है। चूंकि केंद्र सरकार ने इन योजनाओं को वर्ष 2017 में कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनोमिक एफेयर्स ने राशि की मंजूरी दी थी। लेकिन कार्रवाई आगे नहीं बढ़ने से अब केंद्र सरकार ने इन परियोजनाओं की राशि को एक सीमा के बाद खर्च करने से रोक दिया है।
जो प्रोजेक्ट अटके, उनकी लंबाई और लागत
- बिदुपुर से नया गांव, 31 किलोमीटर : 1140 करोड़
- नया गांव से दिघवारा, 11 किलोमीटर : 280 करोड़
- मानिकपुर से साहेबगंज, 43 किलोमीटर : 575 करोड़
- साहेबगंज से अरेराज, 38 किलोमीटर : 522 करोड़
- अरेराज से बेतिया, 43 किलोमीटर : 1062 करोड़
- मुजफ्फरपुर ईस्टर्न बायपास, 22 किलोमीटर : 3000 करोड़
- मुजफ्फरपुर से साहेबगंज, 25 किलोमीटर : 1000 करोड़
डबल इंजन से बिहार को मिली थी बड़ी योजना
भले ही मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियां बदल गई हैं लेकिन एक वक्त में डबल इंजन की सरकार में बिहार को बड़ी सौगात मिली थी। पटना में बीचो बीच बनी अटल पथ की योजना को बिहार और केंद्र में एनडीए की सरकार होने का फायदा मिला था। क्योंकि जिस स्थान पर अटल पथ बना है वो रेलवे यानि केंद्र सरकार की जमीन थी। उसे स्टेट को ट्रांसफर कर दिया गया। जबकि अभी राज्य और केंद्र में अलग अलग सरकारें होने का खामियाजा यह भुगतना पड़ रहा है कि बिहटा एलिवेटेड सड़क पर एजेंसी अलॉटमेंट के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ है।
चार परियोजनाओं में पूरा बिहार प्रभावित
अभी केंद्र सरकार ने जिन चार परियोजनाओं को रोका है, उससे लगभग पूरा बिहार प्रभावित हो रहा है। पटना रिंग रोड के उत्तर बिहार के हिस्से पर तो संशय कायम हो ही गया है। साथ ही पटना एम्स से नये 6 लेन दीघा सेतु-सोनपुर होते वैशाली के मानिकपुर-साहेबगंज-अरेराज-बेतिया तक काम पर रोक से नेपाल बॉर्डर तक जाने वाल बुद्ध सर्किट का महत्वपूर्ण हिस्सा भी इसी रोक की चपेट में आ गया है। यहीं नहीं मुजफ्फरपुर इस्टर्न बायपास व मुजफ्फरपुर-साहेबगंज एनएच निर्माण भी अटक गया है।