गया : केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की बात पर कहा कि वे मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य में अच्छा काम कर रहे थे, लेकिन अचानक उनके सरे कामों पर रोक लगा दी गई और उनके मुख्यमंत्री रहते हुए पार्टी के लोगों ने दूसरे व्यक्ति को अपना नेता चुन लिया, यह सही नहीं है। उनसे राय नहीं ली गई त्यागपत्र देने को कहा जाना चाहिए था। ऐसा ना करके उनके कार्यक्रमों को ही रोक दिया गया।
उनको अपमानित किया गया जिसके बाद चंपई सोरेन ने एक विकल्प चुना है। उन्होंने ठीक किया है। उनके मुख्यमंत्री रहते हुए उन्हें अपमानित किया गया, जिसके बाद उन्होंने फैसला लिया और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा के बाद उन्होंने अपनी पार्टी बनाने की भी बात कही थी लेकिन अब उन्होंने बेहतर निर्णय लिया है। हम चंपई सोरेन के इस निर्णय का स्वागत करते हैं।
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी आजकल अपने संसदीय क्षेत्र में हैं। इस दौरान मंगलवार को मांझी ने अपने आवास पर कार्यकर्ताओं समेत क्षेत्र की जनता से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मांझी ने पत्रकारों से बातचीत की और कांग्रेस पर जम कर हमला बोला। मांझी ने कहा कि कांग्रेस के लोग पाकिस्तान परस्ती करते हैं। वे लोग धारा 370 हटाए जाने के विरोध में हैं और जम्मू कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाना चाहते हैं। कांग्रेस जिसके भी साथ होती है वह कांग्रेस की भाषा बोलने लग जाते हैं।
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केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट किया था कांग्रेस पार्टी कश्मीर में सरकार बनाने के लिए पाकिस्तान और हिजबुल के साथ गठबंधन कर सकती है। इसी पर जीतन राम मांझी गया में अपने आवास गोदावरी पर प्रतिक्रिया देते हुए मीडिया से बताया कि उमर अब्दुल्ला, शेख अब्दुल्ला, पाकिस्तान के प्रति बयान देते हैं 370 का समर्थन देते हैं। इतना ही नहीं इनलोग ने कश्मीर में एससी/एसटी आरक्षण का विरोधी करते हैं। और उसी के साथ कांग्रेस पार्टी का गठबंधन हो गया है। कांग्रेस पार्टी को मुद्दा है कि कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाने की बात करते हैं। आरक्षण खत्म करने की बात करते हैं। इसलिए हम लोग एनडीए के लोग कैसे बर्दाश्त करेंगे।