नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शिक्षक बहाली का क्रेडिट ले रहे हैं। इसपर जदयू नेता संजय कुमार झा का बयान सामने आया है। संजय झा ने कहा कि चंद्रशेखर शिक्षक बहाली के पक्ष में नहीं थे, यही वजह है कि शिक्षक बहाली की फाइल पर उनके हस्ताक्षर तक नहीं हैं। ऐसे में तेजस्वी यादव शिक्षक बहाली का झूठा श्रेय न लें तो अच्छा रहेगा।
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शिक्षक बहाली में राजद का कोई रोल नहीं
जेडीयू सांसद संजय झा ने कहा कि बिहार में जो बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली हुई, उसमें आरजेडी का कोई रोल नहीं था। तेजस्वी यादव की पार्टी से शिक्षा मंत्री बने चंद्रशेखर तो कभी शिक्षा विभाग के दफ्तर जाते ही नहीं थे। तत्कालीन शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर कार्यालय नहीं गए, इसलिए ही इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली संभव हो सकी। शिक्षकों की बहाली में उनकी कोई भूमिका नहीं है। यहां तक कि शिक्षक बहाली की फाइल पर चंद्रशेखर के साइन भी नहीं हैं।
जदयू ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को डर था कि आरजेडी के लोग शिक्षक बहाली में गड़बड़ी न कर दें, इसलिए बीपीएससी से शिक्षकों की बहाली का फैसला लिया गया। मुख्यमंत्री ने बीपीएससी से बहाली कराई और उस फाइल पर उनका ही साइन है, चंद्रशेखर का नहीं। जेडीयू सांसद ने कहा कि केंद्र और बिहार की सरकार साथ मिलकर अच्छी तरह से काम कर रहे हैं और इस बार भी केंद्र में एनडीए की सरकार आने के बाद बिहार में अगले पांच साल में विकास का नया स्वरूप देखने को मिलेगा।