सारण में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। जहां, शहर के निचले इलाकों में पानी घुसने के कारण नाव चलने लगा है। वहीं बीती देर रात्रि में छपरा-गाजीपुर एन एच-19 स्थित जयप्रभा सेतु का एप्रोच रोड पानी में बह गया, जिसके कारण बिहार और यूपी का संपर्क टूट गया है। बता दें कि छपरा-गाजीपुर एन एच-19 स्थित जयप्रभा सेतु के मांझी चेक पोस्ट से आगे सिताब दियारा जाने वाले मार्ग के समीप पुल का एप्रोच रोड पानी के दबाव के कारण बह गया, जिसके कारण इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। इससे बिहार और यूपी का संपर्क भी टूट गया है, जिसके कारण एक दूसरे प्रदेश के लोग फंसे हुए हैं।
बता दें कि इस नेशनल हाईवे से प्रतिदिन हजारों लोग सड़क मार्ग से यूपी और बिहार में आवागमन करते हैं। पुल के एप्रोच रोड के बहने के बाद सभी लोग फंसे हुए हैं। इस एप्रोच रोड के टूट कर बह जाने के कारण मवेशी पालकों और इस क्षेत्र के लोगों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि माझी से सटे होने के कारण सिताब दियारा तक गांव के लोग दैनिक चीजों के लिए भी माझी आया जाया करते हैं। बाढ़ के दौरान मवेशी पालकों के लिए यह रोड ही सहारा बनता है, जिस पर मवेशी बांधकर शरण लेते हैं। क्योंकि माझी पुल पार करने के बाद उन्हें चारा और अनाज सुगमता से प्राप्त हो जाता है।
‘BJP की तरह फर्जी सदस्य नहीं, RJD का लक्ष्य एक करोड़ सदस्य बनाने का है’
घर में फंसे लोगों को निकालने में जुटी प्रशासन
बता दें कि गंगा, गंडक, सरयू, सोन एवं यमुना नदी के जलस्तर में लगातार हो रहे वृद्धि के बाद शहर के सभी तटीय इलाकों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। वहीं शहर के निचले इलाकों में नाव भी चलने लगा है। इस स्थिति के बाद जहां शहर के निचले इलाकों के सैकड़ों घर के लोग बेघर हो गए हैं वहीं जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। रात में अचानक जलस्तर बढ़ने के कारण अनेक लोग अपने घर में फंसे हुए हैं। वहीं जिला प्रशासन एनडीआरएफ टीम की मदद से उन लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी हुई है। इस घटना की सूचना के बाद काफी संख्या में लोग वहां पहुंचकर बाढ़ का नजारा देखने में जुटे हैं। इस मार्ग के दोनों तरफ दो पहिया और चार पहिया वाहनों से आने जाने वाले लोग परेशान बैठे हैं।
सारण से रॉकी सिंह की रिपोर्ट