मामला छपरा के सदर अस्पताल का है जहां बीते दिन बुधवार की है। जहां छपरा के सिविल सर्जन डॉक्टर सागर दुलाल सिन्हा के ड्राईवर रमेश राय की दादागिरी देखने को मिली। वहां मौके पर उपस्थित मीडिया कर्मियों और अन्य लोगों ने जब सिविल सर्जन के ड्राईवर रमेश राय से गाड़ी हटाने की बात कही तो उसने रुखा सा जवाब दिया। उसने कहा कि गाड़ी की चाबी सिविल सर्जन खुद लेकर चले गए हैं। ड्राईवर रमेश राय ने छपरा सदर अस्पताल के पोर्टिको के बाहर तिरछे रूप से गाड़ी खड़ी कर दी थी। जिससे एंबुलेंस के आने-जाने में बाधित हो गई। इस विषय में जब तक सिविल सर्जन से कुछ लोग मिलने गए तब तक सिविल सर्जन के ड्राइवर रमेश राय गाड़ी स्टार्ट करके वहां से भागने लगा।
इस बात की जानकारी मिलने पर मीडिया कर्मियों ने सिविल सर्जन के ड्राईवर रमेश राय को आगे से घेरा और कहा कि इतने कम समय में आपके पास चाबी कहां से आ गई। इस पर ड्राईवर बौखला गया और कहने लगा कि आपको जो कुछ करना हो कर ले लेकिन चाबी मेरे पास नहीं थी। गौरतलब है कि छपरा सदर अस्पताल में कर्मियों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं कहीं जा सकती है। यहां आए दिन मरीजों और परिजनों से स्टाफ उलझ जाते हैं। इस बात की जानकारी जब अस्पताल के प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद को मिली है तो भागे-भागे आए हैं और मीडिया कर्मियों को तथा रमेश राय को समझा-बुझाकर अलग-अलग किया।