बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज निर्माणाधीन साइंस सिटी का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारिय़ों ने निर्माण कार्य के प्रगति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने अधिकारीयों से कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिेए। निरीक्षण के दौरान नीतीश साइंस सिटी के विभिन्न प्रभागों में भी गयें और वहां काम कर रहे इंजिनियर- कारीगरों से निर्माण के बारे में जानकारी भी ली।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम साइंस सिटी एक साइंस सिटी है जो बिहार राज्य में राजेंद्र नगर, पटना में अभी निर्माणाधीन है। इसे लोगों के बीच विज्ञान को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने के लिए बिहार सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा इसे बनाया जा रहा है। साथ ही इसका उद्देश्य बिहार में वैज्ञानिक विकास के इतिहास का प्रदर्शन और संरक्षण करना है। इसकी अनुमानित लागत ₹ 6,400,000,000 है। वैसे तो साइंस सिटी का निर्माण कार्य नवंबर 2022 तक पूरा होने की उम्मीद थी, लेकिन फिलहाल इसके निर्माण में विलम्ब हो चुका है बहरहाल देर सबेर ही सही, इस बड़े प्रोद्योगिकी भवन की छाता देखने लायक होगी इस भव्य भवन में चार दीर्घाएँ हैं: शरीर और मन, अंतरिक्ष और खगोल विज्ञान, बुनियादी विज्ञान, सतत ग्रह जिसमें 243 इंटरैक्टिव और यथार्थवादी प्रदर्शन शामिल हैं। इसके साथ ही प्रवेश के लिए ग्रैंड एट्रियम लॉबी, ओरिएंटेशन थिएटर, मल्टीपर्पज हॉल, अस्थायी प्रदर्शनी हॉल, 500 सीटर ऑडिटोरियम, 300 सीटर कैफेटेरिया, 4डी थिएटर, रिटेल स्पेस, बायो डायवर्सिटी पार्क और यात्रियों को मंत्रमुग्ध करने के लिए बहुत कुछ होगा।इन सब के अलावे अध्ययन के लिए इसमें चार शिक्षण सुइट भी होंगे मार्कर स्पेस, बिग डेटा सेंटर, डेमो किचन और अध्ययन दौरे या भ्रमण के दौरान आने वाले बच्चों के लिए पहली मंजिल पर यहाँ एक एक जिम की भी व्यवस्था होगी। यही नहीं मेधाओं और प्रतिभाओं को संवारने के लिए छात्रावास में लर्निंग सुइट्स से जुड़े 250 छात्रों को रहने की व्यवस्था भी है।