बिहार के सरकारी स्कूलों में कक्षा पांच और आठ की वार्षिक परीक्षा और कक्षा एक से चार व छह और सात के बच्चों का वार्षिक मूल्यांकन शुरू हो गया है। विभागीय निर्देश के अनुसार इस बार किसी भी बच्चे को फेल नहीं किया जाएगा।
कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को उनके अंक के आधार पर ग्रेड दिया जाएगा। जिन बच्चों को डी और इ ग्रेड प्राप्त होगा, उन्हें दो महीने दक्ष क्लास में परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी। इसके बाद उन बच्चों की दोबारा परीक्षा ली जाएगी।
जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) संजय कुमार ने बताया कि वार्षिक परीक्षा और मूल्यांकन में डी और इ ग्रेड पाने वाले बच्चों को आगे की कक्षा में प्रमोट किया जाएगा, लेकिन उन्हें स्कूल प्रबंधन द्वारा दो माह बाद आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल होना होगा।
ग्रेडिंग सिस्टम:
- 81% से 100% अंक: ए ग्रेड
- 61% से 81% अंक: बी ग्रेड
- 41% से 60% अंक: सी ग्रेड
- 33% से 40% अंक: डी ग्रेड
- 0% से 32% अंक: इ ग्रेड
मिशन दक्ष:
विभागीय निर्देश के अनुसार स्कूलों में मिशन दक्ष के तहत कक्षा एक से आठ के कमजोर बच्चों के लिए प्रतिदिन क्लास संचालित की जाएगी। निर्देश में कहा गया है कि यदि कोई बच्चा वार्षिक परीक्षा में असफल होता है, तो उक्त स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षक जिम्मेदार होंगे।