बिहार में चुनावी साल है और मकर संक्रांति पर इस साल चूड़ा-दही भोज पर खूब सियासत होगी। इसकी शुरुआत भी हो गई है। राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) की ओर से भोज का ऐलान कर दिया गया है। 15 जनवरी को होने वाले इस भोज में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और बिहार सीएम नीतीश कुमार को तो न्योता दिया गया है, पर पशुपति पारस के भतीजा चिराग पासवान को छांट दिया गया है।
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पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि मकर संक्रांति पर चूड़ा दही भोज का आयोजन स्व रामविलास पासवान के द्वारा किया जाता था। उसी परम्परा को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस भोज में सभी राजनैतिक दलों को बुलाया जा रहा है, जिनमें लालू यादव, नीतीश कुमार के अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को भी निमंत्रण दिया जा रहा है। रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान को इस भोज से छांट दिया गया। सवाल पूछने पर श्रवण कुमार बताते हैं कि यह देशी लोगों का भोज है। विदेशियों को इसमें नहीं बुलाया जाएगा।
चुनावी रण का होगा शंखनाद
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि इसी दिन सब को दही का तिलक लगाकर चुनाव की तैयारी का शंखनाद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साल 2025 चुनावी वर्ष है. हमारे दल नेता रामविलास पासवान दल से ऊपर उठकर पटना कार्यालय में सभी लोगों को दही चूड़ा का भोज खिलाते थे। देश की राजनीति में वे बड़ी लकीर खींच कर चले गए। उनकी लकीर को आगे बढ़ाने में पशुपति कुमार पारस लगे हुए हैं।
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वहीं आरएलजेपी के इस बयान को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रदेश उपाध्यक्ष अशरफ अंसारी ने कहा कि इससे उनलोगों की संकीर्ण मानसिकता जाहिर होती है। कौन देशी है और कौन विदेशी, यह जनता ने तय कर दिया है।