राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा द्वारा द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाते ही समर्थन और विरोध का सिलसिला चल निकला है। भाजपा ने समन्वय के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को जिम्मेदारी दी। उम्मीदवार के नाम की घोषणा होते ही राजनाथ सिंह ने चिराग पासवान से संपर्क किया और समर्थन मांगा। चिराग ने राजनाथ सिंह से बातचीत में सबकुछ साफ कर दिया।
सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं
बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर चिराग पासवान ने राष्ट्रपति पद के लिए अपने समर्थन की घोषणा कर दी। इस दौरान चिराग पासवान ने कहा कि मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास ने एनडीए के उम्मीदवार के समर्थन का फैसला लिया है। इस फैसले के पीछे कोई राजनीतिक एंगल नहीं है। बल्कि यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि एनडीए उम्मीदवार का चयन हमारी पार्टी के सिद्धांतों के अनुरुप हुआ है। हमारी पार्टी दलितों, आदिवासियों के समर्थन में रही है। और इस बार राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार इसी सिद्धांत के अनुरुप है।
‘भाजपा मानती है NDA का अंग’
एनडीए से अलग रहने और आगे चलने पर चिराग ने कहा कि भाजपा आज भी हमें एनडीए का अंग मानती है। लेकिन फिलहाल हम अकेले ही चलेंगे। राष्ट्रपति चुनाव हो या कोई और मुद्दा, जनहित के मुद्दों पर हम फैसला लेंगे। राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार को समर्थन दिया है। जातीय जनगणना पर तो नीतीश कुमार जी को समर्थन का ऐलान किया है। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव के बारे में चिराग ने कह दिया कि अभी संगठन को मजबूत करना है। 2024 के चुनाव पर फैसला सही समय पर होगा।