बिहार में भीषण गर्मी का असर अब जानलेवा हो गई है। गर्मी की वजह से राज्य में कई लोगों की जान चली गई। वहीं विद्यालयों में गर्मी के मद्देनजर गर्मी छुट्टी देरी से दिए जाने को लेकर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। तेजस्वी ने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट कर लिखा है कि बिहार में एनडीए सरकार की हठधर्मिता के कारण भीषण गर्मी में विद्यालय खोलने से छात्र छात्राओं और शिक्षकों की मौत की खबर है।
विपक्ष के दबाव में एक दिन पहले स्कूल बंद किये लेकिन फिर भी इस जानलेवा गर्मी में शिक्षकों को स्कूल आने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। जब छात्र ही स्कूल में नहीं रहेंगे तो शिक्षक क्या करेंगे? इस भीषण गर्मी में शिक्षकों को अवश्य ही छुट्टी देनी चाहिए। बिहार की एनडीए सरकार शिक्षकों के प्रति ऐसे आमनवीय निर्णय क्यों ले रही है? मुख्यमंत्री सहित पूरा मंत्रिमंडल वातानुकूलित कमरों में आराम फरमा शिक्षकों की जान लेने पर आमादा कोण हैं?
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नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव में गर्मी से हुई मौतों पर संवेदना भी जताई है, उन्होंने एक्स पर लिखा है कि बिहार में भीषण गर्मी और लू से हुई 55 से अधिक मौतों पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं। मृतकों में छात्र-छात्राएं, शिक्षक, आमजन और मतदानकर्मी है। भावपूर्ण श्रद्धांजलि! ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें!
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बता दें कि पिछले दिनों राज्य भर के विभिन्न स्कूलों में दर्जनों छात्रों और शिक्षकों की तबियत गर्मी की वजह से खराब होने की खबर आई थी। जिसके बाद राज्यपाल और मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद राज्य के मुख्य सचिव ने स्कूलों में गर्मी की छुट्टी दी लेकिन इस आदेश में शिक्षा विभाग के अपर सचिव के के पाठक ने आंशिक बदलाव कर दिया और कहा कि छात्रों के लिए स्कूल बंद रहेगा लेकिन शिक्षकों को विद्यालय आना होगा और अन्य कार्यों का निपटारा करना होगा।