आस्था के महापर्व ‘छठ’ की कल मंगलवार (5 नवंबर) से शुरुआत होगी। चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को गंगा उत्सव का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने जेपी सेतु और दीघा गंगा घाट का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान बैरिकेडिंग, साफ-सफाई, छठ व्रतियों की सुविधाओं एवं सुरक्षा का जायजा लिया। साथ ही अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिहार सरकार में नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन तथा वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
छठ पूजा तैयारी अंतिम दौर में… हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार है प्रशासन
सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा कि प्रशासन छठ घाटों पर सारी व्यवस्था को लेकर पूरी तरह मुस्तैद रहे। छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ख्याल रखा जाए। साथ ही छठ घाटों पर सुरक्षा, स्वच्छता एवं सुविधाओं को लेकर किसी प्रकार की कोई कोताही न बरती जाए। उन्होंने यातायात व्यवस्था को भी दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। उन्होंने आगे कहा, “छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके मद्देनजर यातायात व्यवस्था को सुरक्षित और सुगम बनाया जाए।”
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी पत्र में बताया गया कि, “मुख्यमंत्री ने लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ के अवसर पर राज्यवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि लोक आस्था का यह महापर्व आत्मानुशासन का पर्व है, जिसमें लोग आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचलगामी और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मुख्यमंत्री ने लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर भगवान भास्कर से राज्य की प्रगति, सुख, समृद्धि, शांति और सौहार्द्र के लिए प्रार्थना की है तथा राज्यवासियों से अपील की है कि वे इस महापर्व को मिल-जुलकर आपसी प्रेम, पारस्परिक सद्भाव और शांति के साथ मनाएं।”