एक अर्ण मार्ग के सामने आज 10:30 बजे आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 117 पुलिस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन वाहनों से सड़क सुरक्षा यातायात व्यवस्था एवं मानव व्यापार निषेध को सिद्ध करने में बिहार पुलिस को बड़ी मदद मिलेगी। 117 वाहनों में से यातायात थानों के लिए 56, नेशनल हाईवे पेट्रोलिंग के लिए 23 और मानव तस्करी रोकथाम के लिए आर्थिक सुधारो का चयन हुआ है, जो आपात स्थिति में आम लोगों के लिए मददगार साबित होगा। नेशनल हाईवे पेट्रोलिंग वाहन सड़क दुर्घटना की स्थिति में फर्स्ट रिस्पांडर की भूमिका निभाएगा। हाईवे पेट्रोलिंग वाहनों में 4D स्पीड रडार के साथ-साथ एविडेंस कैमरा युक्त ऑटोमेटिक ई-चालान की भी सुविधा उपलब्ध है। लोकार्पण कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।
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- यातायात थानों हेतु 56 वाहन
- बिहार राज्य अन्तर्गत पूर्व से 12 जिलों में यातायात थाना कार्यरत था, शेष 28 जिले (पुलिस जिला बगहा एवं नवगछिया सहित) में 01-01 यातायात थाना एवं पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) की स्वीकृति दी गई है।
- इन यातायात थानों के सम्यक कर्तव्य निर्वहन हेतु प्रत्येक थाने में 02 वाहन अर्थात् कुल 56 नये वाहनों की खरीद की गई है जिसे जिलों की यात्तायात व्यवस्था, सड़क सुरक्षा एवं यातायात संचालन में अपेक्षित सहायता मिलेगी।
- राष्ट्रीय राजमार्ग गश्ती हेतु 23 वाहन-
- सड़क दुर्घटनाओं में हुई मृत्यु की सर्वाधिक 44 घटनाएं राष्ट्रीय राजमार्गों पर घटित हुई है जिसका मुख्य कारण अप्रभावी प्रवर्तन एवं आपातकालीन प्रतिक्रिया रहा है।
- दुर्घटनाओं में हो रही इन मृत्यु को नियंत्रित करने हेतु राजमार्ग पेट्रोल योजना के तहत 1560 मानव-बल की स्वीकृति दी गई है एवं प्रथम चरण में कुल 23 राजमार्ग गश्ती वाहन (विभिन्न उपकरणों सहित) का क्रय किया गया है।
- इन वाहनों के माध्यम से सर्वाधिक दुर्घटना प्रवण चार राष्ट्रीय राजमार्गों 28, 30, 31 एवं 57 पर कुल 1125 कि०मी० की दूरी (प्रत्येक 50 किलोमीटर पर एक वाहन) को आच्छादित किया जा रहा है।
- इन वाहनों में अत्याधुनिक 4D स्पीड रडार के साथ Evidence Camera युक्त ऑटोमैटिक ई-चालान की सुविधा उपलब्ध है। साथ ही आपात स्थिति के लिए गैस कटिंग मशीन, ट्रैफिक कोन, फोल्डेबुल स्ट्रेचर आदि अन्य उपकरणों से लैस किया गया है।
इन वाहनों को डायल 112 से Integrate किया गया है जो राजमार्गों पर सडक दुर्घटना की रिथति में First Responder के रूप में भूमिका अदा करेगा।
- मानव तस्करी रोकथाम हेतु 38 वाहन-
राज्य के सभी जिलों में मानव तस्करी रोकथाम हेतु इकाईयों (AHTU) की सुदृढीकरण हेतु उक्त वाहनों का क्रय एवं आवंटन किया गया है।